विश्व में प्रसिद्ध हरिहर सोनपुर मेला में शनिवार को ग्रहण लग गया. शनिवार को सोनपुर मेला बंद पड़ गया है. दरअसल मेले में थिएटर, झूला और मौत का कुआं जैसे स्टॉल को लाइसेंस न मिलने की वजह से 2 दिसंबर को मेला बंद हो गया है.
स्थानीय लोगों ने ही थिएटर संचालकों के साथ मिलकर मेल को बंद करवा दिया है. मेले में थिएटर चलाने की अनुमति नहीं मिली थी. जिससे थिएटर संचालक और स्थानीय लोग काफी नाराज थे. इस बार मेले में सरकारी प्रदर्शनी को छोड़कर बाकी सब स्टाल को अनुमति नहीं दी गई थी.
अपने खास पहचान के लिए मशहूर सोनपुर मेला विश्व में प्रसिद्ध है. पशु मेले के नाम से भी इसकी पहचान है. पशुओं के साथ ही सोनपुर मेला में थिएटर नाच गाने भी प्रसिद्ध है. जैसे-जैसे शाम ढलती है, वैसे-वैसे मेले का मजा और आने लगता है. थिएटर संचालकों ने कहा है कि सरकारी प्रदर्शनी को ही इस पर सिर्फ अनुमति दी गई है, यह आयोजकों की तानाशाही है.
हजारों की संख्या में हर साल लोग इस मेले को देखने के लिए पहुंचते हैं. लेकिन शनिवार को मेले में लोगों की चहल-पहल नहीं थी. हालांकि कई लोग मेला घुमने पहुंचे थे मगर सुनसान मेला देख कर वो सब भी काफ़ी मायूस ही गए है.