बिहार में शराबबंदी के बावजूद एक बार फिर जहरीली शराब से दर्जनों मौत का मामला सामने आया है. पहले से ही राज्य में शराबबंदी को लेकर सियासी बयान बाजी होती रही है, जिसमें अब जहरीली शराब से हुई मौत पर भी बयान सामने आने शुरू हो गए हैं. एक तरफ जहां शराब से हुई मौत पर एनडीए के नेता जीतन राम मांझी ने विवादित बयान दिया है, तो वहीं दूसरी ओर बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शराब की कालाबाजारी का भंडाफोड़ किया है.
राजद नेता तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स के जरिए नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. राज्य में शराब की कालाबाजारी का दावा करते हुए तेजस्वी यादव ने लिखा कि शराबबंदी नीतीश सरकार के भ्रष्टाचार का एक उदाहरण है. सरकार की कमजोरी, इच्छा शक्ति और अधिकारियों पर निर्भरता के कारण शराबबंदी पूरी तरह से लागू नहीं हो पाई है. कुछ नेताओं, पुलिस और शराब माफिया के गठजोड़ से बिहार में 30 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का अवैध शराब कारोबार चल रहा है.
शराबबंदी श्री नीतीश कुमार के संस्थागत भ्रष्टाचार का एक छोटा सा नमूना है। अगर शराबबंदी हुई है तो इसे पूर्ण रूप से लागू करना सरकार का दायित्व है लेकिन मुख्यमंत्री की वैचारिक व नीतिगत अस्पष्टता, कमजोर इच्छाशक्ति तथा जनप्रतिनिधियों की बजाय चुनिंदा अधिकारियों पर निर्भरता के कारण आज…
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 18, 2024
तेजस्वी यादव ने शराबबंदी को लेकर 12 सवाल सीएम नीतीश कुमार से पूछे हैं, जिसमें उन्होंने बिहार के हर चौक-चौराहों पर शराब के ठेके किसने खुलवाएं यह भी सवाल दागा है.
उन्होंने आगे लिखा कि अगर शराबबंदी के बावजूद बिहार में 𝟑 करोड़ 𝟒𝟔 लाख लीटर शराब की कागजों में बरामदगी दिखायी जा रही है (एक ईमानदार वरीय पुलिस अधिकारी के अनुसार इसमें भी घपला है क्योंकि अवैध शराब की तस्करी के लिए पुलिस अधिकारी शराब पकड़ने/पकड़वाने का ढोंग रचते है जैसे की 𝟐𝟎 ट्रक शराब के बिहार में घुसाने पर एक टूटा-फूटा ट्रक पकड़वाते है उसमें भी शराब की बजाय कुछ और द्रव्य पदार्थ होता है).
जहरीली शराब से 100 से अधिक हत्या होने के बाद भी पटना के बीचों-बीच ठहाके लगाकर हंसते मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री!
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 18, 2024
संवेदना तक व्यक्त नहीं करने वाले तीसरे नंबर की पार्टी के मुख्यमंत्री का इतनी मौतों पर हँसना और हँसाना बिहारियों एवं लोकतंत्र को चिढ़ाना है।
इतनी बड़ी घटना होने के… pic.twitter.com/fECn87D6aO
इधर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने सिवान और सारण छपरा में शराब से से हुई लगभग 3 दर्जन मौतों पर कहा कि राज्य की 13-14 करोड़ आबादी है कुछ ना कुछ होता रहता है. इस तरह की घटनाएं होती ही रहती हैं. वही उनके बेटे संतोष सुमन ने राजद पर शराब बेचने का आरोप लगाया है.