बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन की कार्रवाई चल रही है. इस कार्रवाई में खूब हंगामा हो रहा है. सदन के अंदर से लेकर बाहर तक विपक्ष लगातार सरकार के खिलाफ विरोध कर रहा है. सदन के अंदर पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोंक-झोंक भी देखने मिली है. विधानसभा में आरक्षण के मुद्दे पर हंगामा हुआ, जिसके बाद विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर दिया.
शीतकालीन सत्र में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने 65 फ़ीसदी आरक्षण का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार में 65 फ़ीसदी आरक्षण था, जिसको भाजपा ने कोर्ट ले जाकर निरस्त करवा दिया. इस मुद्दे पर सदन में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और तेजस्वी यादव आमने-सामने आ गए. सम्राट चौधरी ने कहा कि आपकी सरकार में आरक्षण को लेकर फैसला नहीं लिया था, नीतीश जी की सरकार थी. इस पर तेजस्वी यादव ने कहा कि अभी आप जैसे हैं, उस वक्त हम भी वैसे ही थे.
सम्राट चौधरी ने आगे कहा कि गलतफहमी मत फैलाइए. आपकी मां पिता भी 15 साल कुर्सी पर बैठे थे, कितना आरक्षण दिए थे. 15 साल में एक भी व्यक्ति को आरक्षण नहीं मिला था. किसी ओबीसी, ईबीसी को भी आरक्षण नहीं दिया गया. आज सभी वर्ग को आरक्षण दिया गया है.
सत्र के दौरान शराबबंदी का भी मुद्दा सदन में गुंजा. विपक्ष ने ज़हरीली शराब से मौत के आंकड़े पर सवाल उठाया, जिस पर राज्य सरकार ने कहा कि जहरीली शराब से 156 मौतें हुई है. इसके बाद तेजस्वी यादव और बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार के बीच में तीखी बहस शुरू हो गई. दरअसल श्रवण कुमार ने कहा कि साल 2016 में जब से बिहार में शराबबंदी लागू हुई है, तब से अब तक सिर्फ 156 मौतें हुई है. प्रदेश में शराबबंदी सख्ती से लागू है.
इस पर तेजस्वी यादव ने पूछा कि सरकारी आंकड़ों में 156 मौतें पूरी बिहार की है या फिर 3 जिले की है. बिहार में जो ट्रक भर-भर के शराब आ रही है, वह कहां से आती है. बड़ी मछलियों पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है. शराबबंदी को लेकर बार-बार समीक्षा बैठक होती है, लेकिन कार्रवाई नहीं होती और ना ही कोई नतीजा सामने आता है.
इस पर पलटवार करते हुए मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि विपक्ष सवाल तो पूछता है लेकिन कानून को सफल बनाने में सरकार का सहयोग नहीं करता.
इधर विधानसभा के बाहर राबड़ी देवी ने स्मार्ट मीटर को लेकर जमकर हंगामा किया. उन्होंने कहा कि स्मार्ट मीटर के नाम पर लोगों को बेवकूफ बनाया जा रहा है. यह एक बड़ा घोटाला है. राबड़ी देवी ने आरोप लगाया कि सरकार झूठ बोल रही है. उन्होंने सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि वह जनता के बीच जाएं और खुद देंखे कि स्मार्ट मीटर से कितना बड़ा घोटाला चल रहा है. जनता स्मार्ट मीटर को बंद करवाना चाहती है.