राजद नेता तेजस्वी यादव आज से कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद यात्रा पर निकल चुके हैं. इस कार्यक्रम के जरिए तेजस्वी यादव पार्टी के कार्यकर्ताओं से अलग-अलग जिलों में जाकर मिलेंगे. इस कड़ी में आज वह सबसे पहले मुंगेर जिले में पहुंचे, जहां से उन्होंने सीधे-सीधे नीतीश कुमार की यात्रा पर सवाल खड़ा किया है. बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री संवाद करें, लेकिन इसके लिए ढाई सौ करोड़ रुपए खर्च करना सही नहीं है. यह जनता का पैसा है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि सीएम इस यात्रा के माध्यम से अधिकारियों को लूट की छूट दे रहे हैं. सीएम को चाहिए कि बिहार जैसे गरीब और पिछड़े राज्य को केंद्र सरकार से विशेष राज्य का दर्जा दिलाए. बाढ़ पीड़ितों को राशि नहीं मिल रही है, लेकिन मुख्यमंत्री एक जिले में बैठकर तीन जिलों के लोगों की समस्याएं सुनेंगे. जनता दरबार में भी समस्याओं का समाधान नहीं होता है, तो क्या दो घंटा में समस्या का समाधान निकाल लेंगे.
उन्होंने आगे कहा कि बिहार में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है. सीएम सिर्फ एक मुखौटा है. बिहार को आगे बढ़ाने के लिए उनके पास कोई विजन ही नहीं है, वह थक चुके हैं. आज वैकेंसी निकल रही है, लेकिन उसमें आरक्षण नहीं है. जाति आधारित गणना में भी भाजपा के लोग थे. वह पूरी तरह से आरक्षण संविधान के खिलाफ है. राज्य में हमने आरक्षण का दायरा बढ़ाकर 75% किया था, लेकिन सीएम इसे केंद्र से लागू करवाने में असफल हो गए.
तेजस्वी यादव आज मुंगेर जिला मुख्यालय स्थित विवाह भवन में कार्यकर्ताओं के साथ संवाद कर रहे हैं. जहां तीन विधानसभा क्षेत्र तारापुर, मुंगेर और जमालपुर से आए चयनित कार्यकर्ताओं के बीच 2025 विधानसभा चुनाव की तैयारियां पर मंथन हो रहा है. 5 दिसंबर को राजद नेता खगड़िया जाएंगे, जहां अलौली, खगड़िया, बेलदौर और परबत्ता के कार्यकर्ताओं से मिलेंगे.