बिहार में सरकारी परीक्षाओं के दिन और उसके एक दिन पहले रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप अभ्यर्थियों से भर जाते हैं. आलम यह रहता है कि ट्रेन तक खचाखच भरी रहती है. वही जाम की बड़ी समस्या भी खड़ी हो जाती है. इसके अलावा स्टेशन, पार्क और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर अभ्यर्थी रात में सोते हुए नजर आते हैं. राज्य की इस व्यवस्था पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का ध्यान गया. उन्होंने बीते दिन आयोजित 70वीं बीपीएससी परीक्षा देने पहुंचे अभ्यर्थियों की इस हालात पर कहा कि राज्य में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद परीक्षार्थियों के लिए रुकने-ठहरने का खर्च दिया जाएगा.
तेजस्वी यादव ने कहा कि परीक्षार्थियों को किसी भी परीक्षा में आने-जाने और रहने का खर्च सरकार की तरफ से दिया जाएगा. फेसबुक लाइव के जरिए उन्होंने वर्तमान एनडीए की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि आज तक ऐसी एक भी परीक्षा नहीं हुई जिसमें गड़बड़ी न हुई हो. चाहे वह परीक्षा दसवीं की हो या सिपाही भर्ती से लेकर बीपीएससी की.
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि शुक्रवार को हुई बीपीएससी परीक्षा में कई केंद्रों से खबर मिली कि वहां एक डेढ़ घंटे बाद क्वेश्चन पेपर लाया गया. मगर जब छात्र इसका विरोध करते हैं तो लाठियों से पीटा जाता है, जेल भेजा जाता है और तो और अधिकारी उसे थप्पड़ मार देते हैं. यहां पेपर लीक नहीं सरकार लीक हो गई है. सरकार में बैठे माफिया पेपर लीक कर रहे हैं.