बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का बयान इन दिनों सुर्खियां बटोर रहा है. दरअसल असम विधानसभा चुनाव में जुम्मे के दिन मिलने वाले नमाज ब्रेक पर रोक लगा दी. असम सीएम के इस फ़ैसले पर देशभर में सियासत हो रही है, जिसमें बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम भी कूद गए हैं. उन्होंने असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का चाइनीस वर्जन बता दिया है. अपने बयान में तेजस्वी यादव ने कहा कि हिमंता सस्ती लोकप्रियता के लिए ऐसे फैसले ले रहे हैं. वह यूपी सीएम के चाईनीज वर्जन हैं. जब तक हम लोग हैं तब तक मुसलमान का कोई बाल बांका नहीं कर सकता.
शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए राजद नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा के लोग मुसलमान को सॉफ्ट टारगेट बना रहे हैं. कभी वक्फ बोर्ड, तो कभी सीएए और एनआरसी बिल लाया जा रहा है. किसी न किसी तरीके से अल्पसंख्यकों को परेशान करने की कोशिश हो रही है. भाजपा समाज में नफरत फैलाना चाहती है. उन्होंने आगे कहा कि देश की आजादी में सभी लोगों का योगदान रहा है. मुसलमानों ने भी कुर्बानियां दी है, जिसे दरकिनार नहीं किया जा सकता. संविधान में हर धर्म को समानता और मान्यता का अधिकार है.
भाजपा के साथ-साथ तेजस्वी यादव ने आरएसएस को भी निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि देश की आजादी में आरएसएस को छोड़ सभी धर्म के लोगों का हाथ रहा है.
तेजस्वी यादव के बयान पर पलटवार करते हुए बिहार के बेगूसराय में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और अखिलेश यादव को देश को पाकिस्तान और बांग्लादेश बनाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा यह मुसलमान और वोट बैंक के ठेकेदार है. अगर इनकी सरकार बनी तो यह लोग शुक्रवार को छुट्टी घोषित कर देंगे. वही असम सीएम के फैसले पर गिरिराज सिंह ने कहा कि यह मामला हिंदू-मुस्लिम का नहीं बल्कि एक देश और एक कानून का मामला है.