शुक्रवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि बसपा उम्मीदवार के तौर पर लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन भरने पहुंचे थे. नामांकन के बाद बसपा उम्मीदवार को झारखंड पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. नागमणि लोकसभा चुनाव के लिए चतरा संसदीय सीट से बसपा के उम्मीदवार बनाए गए थे, उनकी गिरफ्तारी 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता उल्लंघन मामले में की गई है.
चतरा जिला निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के बाहर केंद्रीय मंत्री की गिरफ्तारी के समय खूब हाई वोल्टेज ड्रामा चला. जिला कार्यालय के बाहर सदर थाना पुलिस और पूर्व केंदिरी मंत्री के बीच जमकर बहस हुई. चतरा से नामांकन दाखिल करने के बाद कार्यालय परिसर के बाहर बसपा कैंडिडेट मीडिया से बातचीत कर रहे थे. इसी दौरान सदर थाना प्रभारी विपिन कुमार नागमणि को गिरफ़्तारी में सहयोग करने की बात कर रहे थे, जिसपर केंद्रीय मंत्री भड़क गए. नागमणि ने थाना प्रभारी को खूब कानून का पाठ पढ़ाया, हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद न्यायालय से निर्गत वारंट के आधार पर थाना प्रभारी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री को सदर अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए लाया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है.
अपनी गिरफ्तारी के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा है की सामंती, ब्राह्मणवाद और भूमिहारवाद यह मिलकर गुंडागर्दी कर रहे हैं. जनता इसका मुंह तोड़ जवाब देगी. उन्हें राजनीतिक षड्यंत्र के तहत चुनाव से दूर करने के लिए गिरफ्तार किया गया है. पुलिस भी गुंडागर्दी दिखा रही है, ना तो हमसे कभी पूछताछ की गई और ना ही पहले किसी तरह का नोटिस भेजा गया. अचानक दो दिन पहले पता चला कि मेरे खिलाफ गिरफ्तारी वारंट है, जब मैंने एक कार्यक्रम के लिए परमिशन की मांग की थी. उन्होंने आगे कहा कि मुझे पूरा देश जानता है. पुलिस की गुंडागर्दी का जनता जवाब देगी. जनता का प्यार और आशीर्वाद मिलेगा तो पुलिस के इस गुंडागर्दी के खिलाफ में लड़ाई लड़ूंगा.
पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि पर 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन मामला दर्ज है. इटखोरी थाना क्षेत्र में कांड संख्या 20/2014 में पुलिस नागमणि की तलाश कर रही थी, जिसमें न्यायालय से स्थायी वारंट निर्गत था.
मालूम हो कि 20 मई को पांचवे चरण में चतरा लोकसभा सीट पर चुनाव होने वाले हैं.