मंगलवार को केन्या के नागरिकों ने नए कानून के विरोध में सड़क से संसद तक भारी बवाल मचाया. सड़कों पर विरोध करने उतरे नागरिकों ने संसद भवन को आग लगा दी. प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस को गोलियां चलानी पड़ी. मंगलवार को हुए इस हिंसक प्रदर्शन में शामिल पांच लोगों की मौत हो गई.
दरअसल यह भारी विरोध संसद में पारित नए टैक्स बिल को लेकर हुआ, जिसमें रोजमर्रा के सामानों पर भारी भरकम टैक्स लगाने का प्रस्ताव शामिल है. इस नए प्रस्ताव में ब्रेड पर 16 फ़ीसदी, सैनिटरी पैड पर भी भारी टैक्स का प्रपोजल पारित करने के लिए लाया गया. प्रपोजल के खिलाफ नागरिकों का गुस्सा केन्या सरकार पर भड़क गया.
केन्या फाइनेंस बिल 2024 में ब्रेड, कैंसर ट्रीटमेंट, कुकिंग ऑयल, बच्चों का डायपर, मोटर वाहन, सोलर उपकरण इत्यादि डिजिटल सुविधाओं से जुड़े प्रोडक्ट्स पर भी भारी टैक्स लगाने का प्रस्ताव लाया गया है. इसमें ब्रेड पर 16 प्रतिशत सेल्स टैक्स, कुकिंग ऑयल पर 25 प्रतिशत टैक्स, मोटर वाहन पर 2.5 प्रतिशत वैट और इंपोर्ट ड्यूटी पर 3 प्रतिशत का प्रस्ताव लाया गया.
हालांकि इसमें से कुछ पर सरकार ने विरोध के बाद टैक्स वापस ले लिया, लेकिन प्रदर्शनकारियों की मांग है कि पूरा विधेयक ही रद्द कर दिया जाए. इनके अलावा इंपोर्ट टैक्स के दर को वास्तु के मूल्य के 2.5 से बढ़ाकर 3 प्रतिशत करने का प्रस्ताव लाया गया है, जिसका भुगतान इंपोर्टर को करना होगा. एक साल पहले इसे 3.5 फ़ीसदी से घटाकर 2.5 फ़ीसदी किया गया था.