राज्य में जहां बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर सियासी हलचल अब शुरू हो चुकी है. इसके लिए युद्ध स्तर पर काम चल रहा है, जिसमें सीएम नीतीश कुमार से लेकर, राजद नेता तेजस्वी यादव और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर तक शामिल है. एक ओर जहां 2025 की तैयारी चल रही है, वहीं बिहार विधानसभा उपचुनाव की लहर फिलहाल देखी जा रही है. इस बीच पार्टियों की टेंशन बढ़ाने दिग्गज नेता आरसीपी सिंह मैदान में उतरने वाले हैं.
जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और नीतीश कुमार के करीबी रहे चुके आरसीपी सिंह के एक फैसले से जदयू और भाजपा का चुनावी खेल बिगड़ सकता है. दरअसल आरसीपी सिंह दिवाली के दिन अपनी पार्टी का ऐलान करने वाले हैं. नीतीश कुमार के पूर्व सेनापति का यह फैसला दिवाली में बड़े पटाखे की तरह है.
सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के मौके पर 31 अक्टूबर 2024 को आरसीपी सिंह पार्टी के नाम की घोषणा करेंगे. इसके साथ ही कौन-कौन से प्रमुख लोग पार्टी में शामिल होंगे, इस पर से भी पर्दा उठेगा. इसके लिए पटना के होटल चाणक्य में संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया जाएगा.
जदयू की कमान संभाल चुके आरसीपी सिंह नीतीश कुमार से नाता तोड़कर भाजपा के साथ चले गए थे. मगर जदयू और भाजपा दोनों ही पार्टियों में उन्हें संतोषजनक सम्मान नहीं मिला, जिस कारण उन्होंने अपने लिए अलग रास्ता तैयार करने का फैसला लिया है.
बीते दिनों आरसीपी सिंह का एक पोस्टर पटना में देखा गया था. जिसमें लिखा गया थ, ‘टाइगर अभी जिंदा है’ साथ ही उनकी तस्वीर भी थी. इसके बाद से ही आरसीपी सिंह के अलग राह चलने की उम्मीद जताई जा रही थी.