बिहार की एक युवा संसद ने लड़कियों के पढ़ाई का बीड़ा उठाया है. बिहार में लड़कियों की पढ़ाई का मुद्दा आज भी जागरूकता अभियान के तहत चलता है. राज्य के कई ऐसे जिले हैं जहां लड़कियां आज भी किसी न किसी कारणवश पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हो जाती है. लड़कियों की इन समस्याओं पर समस्तीपुर निर्वाचन क्षेत्र की सांसद शांभवी चौधरी ने एक सकारात्मक कदम उठाने की घोषणा की है. लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने अपने पूरे 5 साल के कार्यकाल का वेतन दान करने का ऐलान किया है. गुरुवार को उन्होंने इसकी घोषणा की कि वह समस्तीपुर निर्वाचन क्षेत्र की लड़कियों की शिक्षा के लिए अपने पूरे कार्यकाल का वेतन दान करेंगी. उन्होंने कहा कि यह राशि पढ़ेगा समस्तीपुर, तो बढ़ेगा समस्तीपुर नामक अभियान के लिए इस्तेमाल की जाएगी.
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की अध्यक्षता वाली पार्टी लोजपा(आर) की सांसद चौधरी ने कहा कि 5 साल के दौरान मुझे वेतन के रूप में जो पैसा मिलेगा, उसे उन लड़कियों की मदद करने के उद्देश्य से कार्यक्रम के लिए खर्च किया जाएगा जो आर्थिक तंगी के कारण पढ़ाई छोड़ देती है. उन्होंने आगे कहा कि इस कार्यक्रम की शुरुआत उसी दिन हुई है जिस दिन समस्तीपुर जिले की स्थापना हुई थी. यह काम लोगों के लिए किए गए मेरे वादे कि मुझे वोट देकर उन्हें सिर्फ एक सांसद नहीं, बल्कि एक बेटी मिलेगी के अनुरूप है.
लोकसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी ने सबसे युवा राजग उम्मीदवार के रूप में शांभवी चौधरी की तारीफ की थी.