रविवार को झारखंड की राजधानी रांची में कई राजनीतिक चेहरों का जमावड़ा लगने वाला है. रांची के प्रभात तारा मैदान में कई बड़े चेहरे एक महारैली में शामिल होने के लिए आ रहे है. झामुमो के उलगुलान न्याय महारैली में इंडिया ब्लॉक के सभी नेताओं को शामिल होने के लिए पार्टी ने न्योता भेजा है.
जानकारी के अनुसार कल की रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, कल्पना सोरेन, चंपई सोरेन, दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल, यूपी के सीएम अखिलेश यादव, भाकपा-माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के अलावा बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी शामिल होंगे. वही चुनावी व्यवस्तता के कारण दक्षिण भारत के कई नेता रैली में शामिल नहीं हो पाएंगे.
20 से अधिक बड़ी एलईडी स्क्रीन
उलगुलान महारैली का आयोजन पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद बड़े स्तर पर कराया जा रहा है. इस रैली से झामुमो, इंडिया ब्लॉक के कई बड़े चेहरे भाजपा के खिलाफ हमलावर होते हुए नजर आएंगे.
उलगुलान महारैली के लिए मुख्य पंडाल को 40 मीटर लंबाई और 40 मीटर चौड़ाई के तहत बनावाया गया है, जबकि दो सहायक मंच भी तैयार किए गए हैं. गर्मी को देखते हुए पंडाल में कूलर, पंखे का भी इन्तेजाम किया गया है. इसके अलावा पंडाल के बाहर लोग नेताओं के भाषण सुन सके, इसके लिए 20 से भी ज्यादा बड़े एलईडी स्क्रीन लगाए गए हैं.
प्रभात तारा मैदान में आयोजित होने वाली इस I.N.D.I.A गठबंधन की रैली पर विवाद भी खड़ा हो गया है. दरअसल रैली के पहले रांची में जगह-जगह पर पोस्टर-बैनर को लगाया गया हैं, जिनमें सीएम चंपई सोरेन की तस्वीर नहीं है. पोस्टर में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन, उनकी पत्नी और झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन का फोटो शामिल है. चंपई सोरेन के फोटो ना शामिल होने पर भाजपा ने सवाल किया है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इसे आदिवासियों का अपमान बताया. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इसे उलगुलान रैली नहीं, आदिवासी अपमान रैली कहा जाना चाहिए. पोस्टर से मुख्यमंत्री का चेहरा गायब कर दिया गया, जबकि हजारों-करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार के आरोपी हेमंत सोरेन को महिमा मंडित किया गया है. अब झामुमो का मतलब सिर्फ हेमंत सोरेन परिवार तक की सीमित रह गया है.
बता दें कि झामुमो की रैली से पहले इंडिया ब्लॉक ने दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद रैली की थी. आप की महारैली में इंडिया ब्लॉक ने मोदी सरकार, भाजपा पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का इल्जाम लगाया गया था. इस रैली में कल्पना सोरेन, सुनीता केजरीवाल ने जमकर मोदी सरकार के खिलाफ हमला बोला था. यह दूसरा मौका है जब दोनों एक बार फिर से एक ही मंच से महारैली को संबोधित करेंगी.