बुधवार को पटना के बिहिटा रेलवे स्टेशन ट्रैक पर एक बड़ा हादसा होते-होते रह गया. बिहिटा में रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शनकारी प्रदर्शन कर रहे थे, इसी दौरान बीच में ट्रेन आ गई. जिसके बाद एक प्रदर्शनकारी ट्रैक पर ही लेट गया. बिहिटा-औरंगाबाद रेल लाइन परियोजना पिछले 43 सालों से लंबित है. इसके बजट में हर साल कटौती हो रही है, जिससे नाराज लोगों ने पटना डीडीयू रेलखंड को चार घंटे तक ठप कर दिया.
ट्रैक पर बैठे थे प्रदर्शनकारी
प्रदर्शन के दौरान चार ट्रेने इस लाइन पर प्रभावित रही. बुधवार को दोपहर 12:00 बजे से शाम के 4:30 बजे तक चार ट्रेन को रोके रहा गया. दोपहर में 1:40 पर सुविधा एक्सप्रेस ट्रेन गुजर रही थी, ट्रेन का स्टॉप स्टेशन पर नहीं था जिसकी वजह से ट्रेन को ग्रीन सिग्नल मिल गया. ट्रैक पर बैठे प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन की गति को धीमा होते हुए नहीं देखा इसके बाद लोग उठकर इधर-उधर भागने लगे. इस दौरान संयोजक चंदन कुमार अपनी जान बचाने के चक्कर में ट्रेन ट्रैक पर ही लेट गया.
बिहिटा से नेउरा की ओर जा रही ट्रेन संख्या 823356 पटना-छत्रपति शिवाजी सुविधा स्पेशल ट्रेन की 10 बोगिया प्रदर्शनकारी के ऊपर से ही पार हो गई.
शोर मचाने के बाद ट्रेन के ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया. लेकिन तब तक चंदन कुमार के ऊपर से ट्रेन की 10 बोगियां गुजर चुकी थी. लोगों ने ट्रेन के ड्राइवर को पकड़ने की भी कोशिश के लिए लेकिन ड्राइवर ने अपने गेट को बंद कर लिया था. घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझाया और ड्राइवर को वहां से ले गई. 2007 में इस परियोजना का शिलान्यास राजद सुप्रीमों लालू यादव ने किया था.