गुरुवार को लोक जनशक्ति पार्टी(लोजपा) का 25वां स्थापना दिवस मनाया गया. यह स्थापना दिवस एक ऐर चिराग पासवान ने मनाया, तो वहीं दूसरी ओर उनके चाचा पशुपति पारस ने अपना अलग कार्यक्रम किया. चिराग के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ बिहार के कई नेता मौजूद रहे. इस दौरान लोजपा(आर) के प्रमुख चिराग ने कहा कि पार्टी उनके पिता के सपनों को पूरा करने के लक्ष्य की ओर मजबूती से आगे बढ़ रही है.
पटना के अलावा लोजपा का का स्थापना दिवस पैतृक गांव खगडि़या के शहरबन्नी गांव में भी आयोजित हुआ. जहां रामविलास पासवान के छोटे भाई पशुपति पारस ने कार्यक्रम किया. इस कार्यक्रम से उन्होंने चिराग के खिलाफ अपनी भड़ास निकाल दी. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री पारस ने चिराग पासवान को अपशब्द भी कह डालें. इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि चिराग ने रामविलास पासवान से मिलने नहीं दिया.
खगड़िया की सभा से पारस ने कहा कि इस चांडाल के कारण बड़े भाई को अंतिम समय में नहीं देख पाया. कोरोना की वजह बता कर मुझे और मेरे परिवार के किसी भी सदस्य को बड़े भाई साहब से मिलने नहीं दिया गया. जबकि अंतिम समय में बड़े भाई परिवार के सभी लोगों को खोज रहे थे. जो जैसा करेगा, वैसा फल मिलेगा. मैं सच्चा हूं और सच की हमेशा जीत होती है.
बता दें कि लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान का 2020 में निधन हो गया था. इसके बाद चिराग पासवान और पशुपति पारस ने पार्टी को दो गुट में बांट लिया. पशुपति पारस ने लोजपा के पांच सांसदों को अपने पक्ष में लेकर चिराग को पार्टी के अध्यक्ष पद से हटाने का ऐलान किया. जिससे लोजपा दो हिस्सों में बट गई.