गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 17 बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया. वीर बाल दिवस के मौके पर राष्ट्रपति भवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें इन बच्चों को सम्मानित किया गया है. इस बार 14 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से पुरस्कार के लिए बच्चों को चुना गया. इनमें 7 लड़के और 10 लड़कियां शामिल हैं.
बाल पुरस्कार से बिहार के नालंदा की बेटी गोल्डी कुमारी भी सम्मानित हुई है. दिव्यांग गोल्डी कुमारी ने दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों यह सम्मान पाया. उन्हें सम्मान के रूप में एक विशेष पदक, एक लाख रुपए की नगद राशि और प्रमाण पत्र दिया गया है. गोल्डी महज 10 वर्ष की छोटी उम्र में एक रेल दुर्घटना की शिकार हुई, जिसमें उन्होंने अपनी मां को खो दिया. इसके साथ ही उनका बाया हाथ भी क्षतिग्रस्त हो गया. मगर इन त्रासदियों के बावजूद हौसले का पंख लिए गोल्डी ने उड़ान भरी और खेल के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया. केंद्रीय महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा गोल्डी का चयन इस क्षेत्र में हुआ. स्कूल स्तर पर गोल्ड ने शॉट पुट में स्वर्ण पदक जीता और जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भी खेल का उम्दा प्रदर्शन दिया.
गोल्डी के साथ ही बिहार के रहने वाले सौरभ कुमार को भी राष्ट्रपति ने वीरता का पुरस्कार दिया. शेखपुरा के रहने वाले सौरभ गरीबी के बीच पल-बढ़ रहें हैं. गांव के एक गरीब किसान परिवार से आने वाले सौरभ ने अपने साहस के बल पर गांव की दो लड़कियों को तालाब के गड्ढे में डूबने से बचाया.