देश के सेवेन सिस्टर स्टेट में शामिल मणिपुर पिछले 5 महीनों से जल रहा है. 3 मई से मैतेई और कुकी समुदायों के बीच शुरू हुई जातीय हिंसा अभी तक रुकी नहीं है.
इस बीच उपद्रवियों ने मैतेई समुदाय के दो लोगों के घरों में आग लगा दी है, जिसके बाद मणिपुर के पश्चिमी जिले इंफाल में एक बार फिर हिंसा भड़क गई है. यहां से उपद्रव के दौरान कई राउंड फायरिंग की घटनाएं भी सामने आ रही हैं.
दो छात्रों के शवों की फोटो इंटरनेट पर वायरल
पुलिस के मुताबिक, यह घटना कैथेलमंगबी के पाटसोई पुलिस स्टेशन इलाके में हुई. जहां कई हथियारबंद हमलावरों ने इस घटना को अंजाम दिया और वहां से भाग निकले. घटना बुधवार रात की बतायी जा रही है. पुलिस ने कहा है कि स्थिति पर काबू पा लिया गया है. इलाके में मौजूदा स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बलों को तैनात किया गया है।
कल 23 सितंबर को राज्य में इंटरनेट बैन हटने के बाद दो छात्रों के शवों की फोटो इंटरनेट पर वायरल हो गई थी. जिसके बाद मणिपुर में सुरक्षा बलों और छात्रों के बीच झड़प हो गई. और एक बार फिर मणिपुर में 1 अक्टूबर तक इंटरनेट बंद कर दिया गया. अगले दिन 27 सितंबर को भी प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर प्रदर्शन किया. जिसमें बीजेपी दफ्तर और मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के घर पर हमले की कोशिश की गई.
मणिपुर में जारी हिंसा में अब तक करीब 200 लोगों की जान जाने की खबर है. 1 हजार से ज्यादा लोग घायल हैं. मैतेई समुदाय के 53% लोग मणिपुर में रहते हैं। जो अनुसूचित जनजाति की मांग कर रहे हैं.