बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा साल 2019 में 11वीं कक्षा में नामांकन कराने वाले छात्रों के लिए ऑनलाइन सुविधा प्रणाली (OFSS) पोर्टल की शुरुआत की गई थी. इस पोर्टल पर आकर छात्र 12वीं के तीनों संकायों के लिए एक 'कॉमन एप्लीकेशन फॉर्म' (CAF) भर सकते थे. जिससे उन्हें किसी भेदभाव के मनचाहे स्कूल में नामांकन मिलना था.
पहले होने वाली नामांकन प्रक्रिया में छात्रों को अलग-अलग संस्थानों में जाकर आवेदन करना होता था, जिसके कारण पैसे और समय दोनों की बर्बादी होती थी. हालांकि नई प्रक्रिया शुरू होने के बाद छात्रों को एक दूसरी तरह की समस्या उठानी पड़ी थी.
दरअसल, संस्थानवार और कोटिवार मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद कंबाइंड मेरिट लिस्ट जारी की गई, जिसके आधार पर छात्रों को स्कूल अलॉट किया गया. मेरिट के आधार पर जारी हुए कटऑफ लिस्ट के आधार पर छात्रों को स्कूल अलॉट किया गया था. लेकिन कई बार छात्रों को उनके क्षेत्रीय स्कूल से काफी दूर के स्कूल में सीट अलॉट हुआ. ऐसे में कई छात्र मजबूरी में नामांकन नहीं ले पाए.
बीते वर्ष ही बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने बोर्ड की परीक्षाओं में शामिल होने के लिए 75% उपस्थिति अनिवार्य की थी. समिति की यह अधिसूचना उन छात्रों के लिए परेशानी का विषय बन सकती है, जो अलॉट हुए दूर के स्कूल में नामांकन लेकर किसी तरह अपनी पढ़ाई जारी रख रहे थे.