झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने गुरुवार को रांची के मोरहाबादी मैदान में चौथी बार सीएम पद की शपथ ली. शपथ ग्रहण के तुरंत बाद ही हेमंत सोरेन का एक्शन देखने मिला. दरअसल, शपथ ग्रहण समारोह के बाद सीएम सोरेन ने कैबिनेट बैठक बुलाई, जिसमें उन्होंने 8 फेसलों को मंजूरी दी. इसके साथ ही हेमंत सरकार ने मंजूनाथ भजंत्री को फिर से रांची का उपयुक्त बना दिया है. अगले आदेश तक भजंत्री के पास उपायुक्त के साथ ही रांची के बंदोबस्त पदाधिकारी का अतिरिक्त प्रभार भी रहेगा. वरुण रंजन को उपयुक्त पद से हटाते हुए उन्हें जुडको का डायरेक्टर नियुक्त किया गया है.
बता दें कि मंजूनाथ भजंत्री को विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग ने हटाने का आदेश दिया था. भजंत्री को हटाकर नए उपयुक्त को नियुक्त करने के लिए आयोग ने आदेश दिया, जिसके बाद वरुण रंजन को रांची का उपयुक्त बनाया गया था.
आज रांची के उपायुक्त का पदभार संभालते हुए भजंत्री ने अपनी प्राथमिकताओं को गिनाया. उन्होंने कहा कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए प्राथमिकता देंगे. उन्होंने आगे कहा कि विभागों की कमियों की समीक्षा कर एक्शन प्लान के तहत काम किया जाएगा.
30 सितंबर 2024 को मंजूनाथ रांची के उपायुक्त बनाए गए और 1 अक्टूबर 2024 को उन्होंने पदभार संभाला, मगर उनकी नियुक्ति से चुनाव आयोग नाराज था. आयोग ने इसे हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन बताया था. पूरा मामला 2021 के मधुपुर उपचुनाव से जुड़ा हुआ है. 6 दिसंबर 2021 को चुनाव आयोग ने आदेश जारी कर देवघर के तत्कालीन उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री को पद से हटाने, विभागीय कार्रवाई करने और आयोग की अनुमति के बिना किसी भी चुनाव से जुड़े पद पर पदस्थापित नहीं करने का आदेश दिया गया था. उस समय तत्कालीन उपायुक्त भजंत्री पर आयोग के वोटर टर्न आउट एप और प्रेस कॉन्फ्रेंस में अलग-अलग आंकड़ा पेश किए जाने की वजह से कार्रवाई हुई थी.