26 नवंबर को राजधानी के वेटरनरी कॉलेज में जदयू ने दलितों को लेकर एक बड़ा महासभा का आयोजन कराया था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस कार्यक्रम में जी-जान से वोटरों को लुभाने का इन्तेजाम किया था. "भीम संसद" के नाम से हुए इस कार्यक्रम में पार्टी के कई बड़े नेता शामिल हुए थे. लाखों की भीड़ ने उस दिन राजधानी को पाट दिया था. लेकिन अब इस भीम संसद के बाद जदयू की पार्टी में घमासान छिड़ गया है.
जदयू के ही नेता और मंत्री एक दूसरे के खिलाफ साजिश रचते हुए नजर आ रहे हैं. दरअसल मंत्री रत्नेश सदा का एक ऑडियो वायरल हो रहा है. जिसमें वह मंत्री अशोक चौधरी के पुतला जलाने की बात कह रहे हैं.
दलितों के इस कार्यक्रम की पूरी अगुवाई मंत्री अशोक चौधरी के हाथों में थी और भीड़ जुटाने का जिम्मा दलित मंत्री सदा के जिम्मे था. मंत्री रत्नेश सदा के ऑडियो के वायरल होने के बाद से ही जदयू की राजनीति गरमाई हुई है.
दरअसल भीम संसद कार्यक्रम के दौरान रत्नेश सदा भाषण दे रहे थे, तभी अशोक चौधरी ने उन्हें जबरदस्ती बिठा दिया. जिसके बाद सदा इस बात से नाराज हो गए, उनके क्षेत्र की जनता भी अशोक चौधरी से नाराज हो गई. नाराजगी ऐसी की मंत्री जी ने अपनी ही पार्टी की अशोक चौधरी का पुतला जलाने की बात कह डाली.
ऑडियो में रत्नेश सदा के समर्थक उनसे कह रहे हैं कि उन्होंने आपको जबरदस्ती बिठा दिया. यह बहुत ही तकलीफ की बात है इस बात पर रत्नेश सदा अपने समर्थक को कह रहे हैं कि अशोक चौधरी का पुतला जलाओ. समर्थक मंत्री जी से कह रहे है कि अगर आगे बैठे होते तो ईट-पत्थर चला देते.
हालांकि इस ऑडियो में कितनी सच्चाई है इसपर मुहर लगना अभी बाकी है.