रविवार को पटना के गांधी मैदान में आयोजित हुए महागठबंधन की महारैली में तमाम विपक्षी दलों ने भाजपा के ऊपर जमकर निशाना साधा था. रैली में तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव, राहुल गांधी, अखिलेश यादव के साथ-साथ लालू यादव ने भी भाजपा को निशाने पर लिया था. अपने भाषण में लालू यादव ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ टिप्पणी की थी, इस मामले में अब लालू यादव फंस गए हैं.
राजद सुप्रीमो के खिलाफ पटना के गांधी मैदान थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है, जिसमें उनके बेटे और राजद के प्रमुख नेता तेजस्वी यादव का भी नाम शामिल किया गया है.
भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता कृष्णा सिंह कल्लू ने दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. भाजपा नेता ने आरोप लगाया है कि लालू प्रसाद यादव ने पीएम मोदी और तेजस्वी यादव ने सवर्ण समाज को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है.
समाज के लोगों के खिलाफ अभद्र टिप्पणी
शिकायत में लिखा गया है कि राजद सुप्रीमो ने 3 मार्च को राजद के जन विश्वास रैली, गांधी मैदान में भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर अभद्र टिप्पणी करना, जैसे कि नरेंद्र मोदी हिंदू नहीं है. मोदी जी की मां के देहांत के बाद बाल ना मुड़वाना, दाढ़ी नहीं बनवाना. यह अशोभनीय टिप्पणी है. राम मंदिर की स्थापना को लेकर टीका-टिप्पणी करना कहीं ना कहीं देश के 135 करोड़ जनता की आस्था के ऊपर ठेस पहुंचाना है. तेजस्वी यादव के द्वारा सवर्ण समाज के लोगों के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करना. तेजस्वी यादव ने कुआं और तालाब को लेकर टिप्पणी की है.
दरअसल लालू यादव ने पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा था कि नरेंद्र मोदी के पास अपना परिवार नहीं है, तो हम क्या कर सकते हैं. और राम मंदिर के बारे में डींगे हांकते रहते हैं. वह एक सच्चे हिंदू भी नहीं है. हिंदू परंपरा में एक बेटे को अपने माता-पिता के निधन पर अपना बाल और दाढ़ी मुड़वाना चाहिए. मोदी ने तब ऐसा नहीं किया, जब उनकी मां का निधन हुआ था.
लालू यादव के इस टिप्पणी के बाद भाजपा नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने लालू यादव के इस टिप्पणी को आपत्तिजनक और सनातन धर्म के खिलाफ बताया है.