बिहार के बक्सर में हुए रेल हादसे पर नीतीश कुमार ने सुबह मुआवजे का ऐलान किया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि मृतकों के परिवारों को 4-4 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये मुआवजा दिया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने मीडिया से बात करते हुए ये भी कहा था कि ये सारा मुआवजा का काम केंद्र और रेलवे का है.
नीतीश कुमार के इस बयान से राजनीतिक गलियारों में हलचल शुरू हो गई.
इसे लेकर अब बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने बयान जारी किया है. उन्होंने कहा है कि वह नीतीश कुमार के बयान से दुखी हैं. नीतीश बाबू, ऐसे दान मत बांटो. बिहारशरीफ में बनने वाली मस्जिद के लिए पैसे दान करें, नीतीश बाबू के पास मस्जिद के लिए दान देने के लिए पैसे हैं. लेकिन बिहारशरीफ हिंसा में जली दुकानों के लिए उनके पास पैसे नहीं हैं.
खैरात बांटनी है तो बिहारशरीफ की मस्जिदों में बांटते
गिरिराज सिंह ने आगे कहा है कि मुख्यमंत्री और रेल मंत्री रहते हुए नीतीश कुमार को इस तरह की बातें नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा है कि अगर खैरात बांटनी ही है तो बिहारशरीफ की मस्जिदों में ही बांटी जानी चाहिए.
गिरिराज सिंह ने यह भी कहा कि रेलवे ने चार मृतकों में से दो के परिवारों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा दिया है.
जन सुराज पार्टी के संयोजक प्रशांत किशोर ने भी मुख्यमंत्री पर निशाना साधा और कहा कि राज्य के मुखिया बहुत अहंकारी हैं. जो ट्रेन दुर्घटना के बाद भी घटनास्थल पर नहीं पहुंचे हैं. नीतीश कुमार अपने अहंकार में हैं, उनका अहंकार इसलिए है क्योंकि राज्य में अगर किसी को वोट मिलता है तो हर बार नीतीश कुमार ही कुर्सी पर बैठते हैं. जनता ने आपको मुख्यमंत्री बनाया है और आप अधिकारियों को आदेश-निर्देश दे रहे हैं.
इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने छपरा के जहरीली शराब कांड को भी याद किया और कहा कि 70 लोगों की मौत पर मुख्यमंत्री ने भी कहा था कि जो भी इसे पिएगा, वह मर जाएगा.