बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस साल चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार है. एनडीए के साथ मिलकर बिहार में सीएम चुनाव लड़ रहे हैं, जिसके लिए वह आने वाले दिनों में चुनाव प्रचार भी करने जा रहे हैं. सीएम नीतीश कुमार 5 दिनों के अंदर तीन बड़ी रैलियों को संबोधित करने वाले हैं, जिसमें सबसे पहले 7 अप्रैल को नवादा में पीएम मोदी के साथ से नीतीश कुमार रैली करेंगे. इसके बाद 9 अप्रैल को गया में सीएम नीतीश की रैली है. और 11 अप्रैल को सीएम औरंगाबाद में कार्यक्रम करंगे.
गया लोकसभा सीट पर एनडीए से हम के संरक्षक जीतन राम मांझी उम्मीदवार है. कभी जीतन राम मांझी से सीएम नीतीश कुमार की तल्ख़ियां रही हैं और अब वही मांझी के लिए गया की जनता से वोट मांगेंगे. पूर्व सीएम मांझी के लिए सीएम नीतीश कुमार गया में रोड शो और चुनावी सभा को भी संबोधित करते हुए नजर आएंगे.
बीते साल नवंबर में बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान सीएम नीतीश ने मांझी को कहा था कि मेरी मूर्खता की वजह से यह मुख्यमंत्री बने थे. इन्हें राज्यपाल बनने की चाहत थी.
बिहार विधानसभा में मांझी और सीएम नीतीश के बीच हुई तीखी नोक-झोंक के बाद मांझी ने सीएम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. मांझी ने कहा था कि नीतीश कुमार ने अपने इज्जत बचाने के लिए मुझे मुख्यमंत्री के पद पर बैठाया था. मुझे रबर स्टैम्प की तरह इस्तेमाल करना चाहते थे, लेकिन मैंने उनके इशारों पर काम नहीं किया तो मुझे हटा दिया.
11 अप्रैल को सीएम नीतीश कुमार औरंगाबाद पहुंचेंगे, जहां वह भाजपा उम्मीदवार सुशील सिंह के लिए वोट मांगेंगे और यहां से चुनावी सभा को भी सीएम संबोधित करेंगे.