बिहार में पांचवें चरण का मतदान सोमवार को संपन्न हुआ. इस चुनाव को भी शांतिपूर्ण तरीके से कराने का ढिंढोरा हर जगह पीटा गया, हालांकि अगले दिन से ही इस चुनाव के बाद हिंसा भड़कती हुई नजर आई. सारण में हिंसा भड़कने के बाद इंटरनेट को 2 दिनों के लिए बंद किया गया, इधर दरभंगा में भी पांचवें चरण के मतदान के बाद लोगों ने चार आरोपियों को थाने पर धावा बोल छुड़ा लिया.
मधुबनी सीट के जाले और केवटी विधानसभा के अंतर्गत 20 मई को मतदान हो रहे थे, जिस दौरान चार लोगों को फर्जी तरीके से वोट डालने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. इन चारों को जाले थाने में रखा गया था. गिरफ्तारी के समय भी लोगों ने इसका विरोध किया था. लेकिन हद तो तब हो गई जब रात में सैकड़ों ग्रामीणों ने थाने पर हमला बोलकर चारों आरोपियों को छुड़ा लिया.
खबरों के अनुसार मतदान के दौरान गश्ती टीम ने जाले विधानसभा क्षेत्र के मतदान संख्या 85 पर मतदान के दौरान चार महिलाओं को फर्जी मतदान के आरोप में पकड़ा था. सभी को हिरासत में लेकर स्थानीय पुलिस थाने में रखा गया था. गिरफ्तारी के बाद स्थानीय लोग उग्र हो गए और थाने पहुंचकर हंगामा भी किया, लेकिन दिन में पुलिस ने लोगों को वहां से खदेड़ दिया. इसके बाद रात में योजना बनाकर एक बार फिर ग्रामीणों ने थाने पर हमला बोला और सभी चार आरोपी महिलाओं को थाने से ले गए. जब पुलिस वालों ने इसका विरोध किया तो उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया गया. सैकड़ो की भीड़ के बीच थाने की पुलिस भी लाचार और बेबस होकर यह मंजर देखती रही.
इस घटना की पुष्टि करते हुए दरभंगा के एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने बताया कि पूरे मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है. 24 लोगों की पहचान की गई है, इसके अलावा 130 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है. गिरफ्तारी के लिए एक एसईटी टीम का गठन किया गया है. जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.