बिहार के शिक्षा विभाग और यूनिवर्सिटी के बीच में बीते दिनों से ही तनातनी का माहौल देखा जा रहा है. शिक्षा विभाग के कई फैसलों को यूनिवर्सिटी मानने से मना कर देता है. शिक्षा विभाग के फैसले और मीटिंग को लेकर भी खूब बवाल देखने मिला था, अब फिरसे नया मामला विभाग और यूनिवर्सिटी के बीच होते हुए नजर आ रहा है.
यूनिवर्सिटी के बैंक खातों पर रोक
शिक्षा विभाग ने बिहार के तीन यूनिवर्सिटी के बैंक खातों पर रोक लगा दी है. बिहार के मुंगेर, पूर्णिया और मजरुल हक अरबी-फारसी यूनिवर्सिटी के बैंक खातों पर रोक लगाई गई है. शिक्षा विभाग की ओर से बुलाई गई बैठक में कुलपतियों के नहीं आने पर इस कार्रवाई को किया गया है. तीनों यूनिवर्सिटी के कुलपतियों से इसके लिए स्पष्टीकरण की भी मांग की गई है. स्पष्टीकरण में पूछा गया है कि आपको पद से हटाने की दिशा में कार्यवाही शुरू की जाए?
हाल के दिनों में ही हाईकोर्ट के निर्देश के बाद शिक्षा विभाग और यूनिवर्सिटी के बीच टकराव खत्म होने के कगार पर था, लेकिन अब पूरा मामला फिर से शुरू होता हुआ नजर आ रहा है.
2024-25 के बजट की समीक्षा बैठक
शिक्षा विभाग के सचिव बैद्यनाथ यादव ने इस संबंध में तीनों कुलपतियों को पत्र लिखा है. विभाग ने कहा है कि यूनिवर्सिटी के 2024-25 के बजट की समीक्षा के लिए बैठक रखी गई थी. बैठक में कुलपतियों को अन्य संबंधित पदाधिकारी, वित्त परामशी, कुलसचिव और वित्त पदाधिकारी समेत बजट बनाने वाले कर्मियों को साथ लाने के लिए कहा गया था. 15-16 मई की बैठक में कुलपति नहीं पहुंचे थे, इस कारण से विभाग और विश्वविद्यालय के पदाधिकारी के बीच चर्चा नहीं हो सकी. शिक्षा विभाग ने आगे लिखा कि आप जानते होंगे कि बजट संबंधित मामला अति गंभीर होता है, आपका बैठक में नहीं आना विश्वविद्यालय के अति महत्वपूर्ण कार्यों के प्रति आपकी उदासीनता को दर्शाता हैं.
मालूम हो कि पिछले दिनों ही पटना हाईकोर्ट ने विश्वविद्यालय और शिक्षा विभाग के मामले पर सुनवाई की थी. 3 मई को सुनवाई में पूर्व से विश्वविद्यालय के बैंक खातों पर लगी रोक को हटाया गया था. बजट की समीक्षा के लिए सभी विश्वविद्यालय के कुलपति समेत अन्य पदाधिकारी की बैठक को बुलाया गया था. गुरुवार को बैठक में कुलपति शामिल नहीं होने पहुंचे थे. इसके बाद एक बार फिर से विभाग ने खातों पर रोक लगाने की शुरुआत की है.