साल 2023 में भारत में कई रेल हादसे हुए. इन रेल हादसों में देश के कई लोगों की जान चली गई थी. एक समय पर लोगों के मन में यह बात बैठ गई थी कि अब रेलवे सफ़र के लिए सुरक्षित नहीं है. हालांकि बाद में सरकार के कुछ अहम कदम उठाने के बाद लोग एक बार फिरसे बेफिक्र होकर रेल में सफर करने लगे थे. लेकिन इस साल भी रेल लोगों को डरा रहा है, साल 2024 की शुरुआत में ही 1 जनवरी को बिहार में एक बड़ा रेल हादसा होते-होते टल गया था.
10 दिसंबर को भी बिहार में रेल हादसा होते-होते टल गया था, बुधवार को सहरसा जिले में रात 11:20 में पाटलिपुत्र के लिए जनहित एक्सप्रेस ट्रेन का हुक टूट गया. ट्रेन का हुक टूट जाने से ट्रेन दो हिस्सों में बंट गई और बंटे हुए दोनों ही हिस्से पटरी पर दौड़ने लगे. इस घटना के अगले दिन ही देर रात राजधानी पटना में रेल हादसा होते-होते बच गया. गुरुवार को पटना साहिब रेलवे लाइन पर बिछी पुरानी पटरियों में दरार आ गई जिसकी वजह से स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई.
पटना साहिब से गुजरने वाली डाउन लाइन ट्रेन के परिचालन को रोका
दानापुर रेल मंडल के पटना साहिब रेलवे स्टेशन के पटरी में दरार आ गई. पटरी टूटने की खबर के बाद स्टेशन के यात्रियों में डर का माहौल बन गया. सूचना मिलते ही स्टेशन मास्टर और रेलवे मेंटेनेंस की टीम ट्रैक की निगरानी करने के लिए पहुंची. गनीमत रही कि इस ट्रैक से कोई भी ट्रेन उस वक्त नहीं गुजरने वाली थी. तुरंत ही इस घटना की सूचना कंट्रोल रूम को दी गई. जिसके बाद पटना साहिब से गुजरने वाली डाउन लाइन ट्रेन के परिचालन को रोका गया. इसके बाद रेलवे मेंटेनेंस की टीम ने तत्परता दिखाते हुए पटरी को जोड़ने का काम किया. इस दौरान आधे घंटे तक कई ट्रेन आउटर पर खड़ी रही.
मालूम हो की 1 जनवरी को भी फरक्का दिल्ली एक्सप्रेस (13483) टूटी हुई पटरी से गुजर गई थी. यह घटना पटना के खुसरूपुर आप में लाइन पर हुई थी. पटरी के टूटे होने की भनक किसी भी कर्मचारी को नहीं लगी थी. सुबह 4:00 बजे जब फरक्का एक्सप्रेस गुजर गई उसके बाद रेलवे के कर्मियों को इस बात की जानकारी मिली. फ़ौरन ही दानापुर रेल मंडल के कंट्रोल रूम को इस बात की सूचना दी गई और पीडब्ल्यूआई की टीम घटनास्थल पर पहुंची और पटरी को ठीक किया गया.
सर्दियों के शुरू होते हैं पुरानी पटरियों के टूटने का खतरा बना रहता है. इसी की वजह से सर्दियों में नाइट पेट्रोलिंग बढ़ा दी जाती है.