झारखंड में चौथे चरण के चुनाव लगभग नजदीक पहुंच चुके हैं. 13 मई को झारखंड में पहले चरण के मतदान की शुरुआत होगी. इसके लिए एक तरफ जहां झारखंड में चुनावी माहौल चल रहा है तो दूसरी तरफ चुनावी माहौल के बीच में ईडी की कार्रवाई चल रही है. झारखंड ईडी ने सोमवार के बाद आज भी अपनी कार्रवाई को जारी रखा है. मंगलवार की सुबह फिर से ईडी ने 7 ठिकानों पर रेड की है, जिसमें एक बिल्डर के घर से ईडी ने करोड़ों रुपए के कैश जब्त किए हैं.
झारखंड ईडी ने रांची के कई जगहों पर छापेमारी की, जिसमें रांची के हटिया सिंह मोड़ पर छापेमारी के दौरान 1.5 करोड रुपए कैश ईडी ने सीज किए हैं. हटिया सिंह मोड़ के मेकॉन वाटिका के अपार्टमेंट में ठेकेदार राजू सिंह के फ्लैट से ईडी को इतने कैश मिले है. ईडी की जांच में यह भी पाया गया कि राजू ने 10 करोड़ रुपए हाल के दिनों में लेनदेन भी किए है.
कांके पतरा टोली निवासी पथ निर्माण विभाग के एसडीओ अजय मुंडा के पैतृक आवास पर भी ईडी की छापेमारी चल रही है.
टेंडर कमीशन घोटाला
मालूम हो कि झारखंड में ग्रामीण कार्य विभाग के निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम मामले में 6 मई को रांची में कई ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की थी. ईडी ने टेंडर कमीशन घोटाला में 22 फरवरी 2023 को वीरेंद्र राम को गिरफ्तार भी किया था, तब से वह जेल के सलाखों के पीछे हैं. इस मामले में सोमवार को भी ने ईडी ने मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव के घरेलू सहायक के घर पर छापेमारी की थी. इस छापेमारी में ईडी को 35 करोड़ रुपए कैश मिले थे. ईडी ने संजीव कुमार लाल और जहांगीर आलम, दो इंजीनियरों कुलदीप मिंज और विकास कुमार, ठेकेदार मुन्ना सिंह के आवास पर छापेमारी की थी. देर रात तक संजीव और जहांगीर से पूछताछ के बाद ईडी ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया था.
संजीव कुमार लाल और जहांगीर आलम को आज कोर्ट में पेश किया गया. जहां ईडी ने कोर्ट से 10 दिनों की रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने 6 दिनों के लिए ही रिमांड को मंजूर किया.