नीतीश कुमार के पुराने साथी जीतन राम मांझी अब उनसे किनारा कर चुके हैं. बीते साल विधानसभा के शीतकालीन सत्र में नीतीश कुमार ने जिस तरह से मांझी पर प्रहार किया था उससे मांझी काफी आहत हुए थे. अपने ऊपर हुए उस प्रहार को मांझी अब तक नहीं भूले हैं. आए दिन मौका मिलते ही पूर्व सीएम मांझी सीएम नीतीश कुमार पर प्रहार करने से नहीं चूकते हैं.
इन दिनों राज्य में I.N.D.I.A गठबंधन के साथ नीतीश कुमार की चर्चा काफी सुर्खियां बटोर रही है. I.N.D.I.A गठबंधन से यह खबरें लगातार निकल कर सामने आ रही है कि गठबंधन में दरार पड़ चुकी है. भाजपा की ओर से भी सांसद सुशील मोदी ने यह कह दिया था कि लालू यादव ने नीतीश कुमार से दूरी बना ली है. जिस पर लालू यादव ने जवाब देते हुए कहा है कि नीतीश कुमार के साथ सब कुछ ठीक चल रहा है. इन्हीं सब कयासों और खबरों के बीच जीतन राम मांझी ने I.N.D.I.A गठबंधन को घमंडिया गठबंधन करार दिया है.
हम पार्टी के संरक्षक और नीतीश कुमार के पुराने दोस्त जीतन राम मांझी ने बुधवार को पटना में प्रेस कांफ्रेंस बुलाई थी, जहां उन्होंने I.N.D.I.A गठबंधन को घमंडिया कहा और एनडीए में सब कुछ ठीक बताया. प्रेस कॉन्फ्रेंस में मांझी ने कहा कि देश आज आगे बढ़ रहा है, विज्ञान के क्षेत्र की बात हो या फिर जी-20 की,आर्थिक दृष्टिकोण भी देश में बिल्कुल सही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ में हर तरह से हिंदुस्तान सुरक्षित है.
जीतन राम मांझी से आगे एनडीए में सीट बंटवारे का सवाल पूछा गया, जिसे हम संरक्षक ने टलते हुए कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि हम एनडीए के साथ जुड़े हुए हैं. पार्टी में किसी भी तरह का कोई इफ बट नहीं है. इतना कहने के बाद उन्होंने सीट बंटवारे को लेकर कोई जवाब नहीं दिया और कह दिया की सीट शेयरिंग की चर्चा मीडिया में नहीं की जाती है.
वही I.N.D.I.A गठबंधन की खबरों पर मांझी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि हम तो यही कह रहे हैं कि घमंडिया गठबंधन में उनका कोई हिसाब नहीं है. आपस में ही विवाद चल रहा है. I.N.D.I.A गठबंधन में पहले एक को प्रधानमंत्री बनाने का सपना दिखाया गया और सेनापति की कुर्सी थमा दी गई. घमंडिया गठबंधन आपस में ही टूट चुकी है. दो-चार दिनों के अंदर ही यह बिखर जाएगी और इसका कोई अस्तित्व नहीं बचेगा.