एक समय में बिहार की राजनीति में लालू परिवार का दबदबा था. अब भी राजद सुप्रीमों कहीं भी जाते हैं तो इलाके में उनका वर्चस्व साफ देखने को मिलता है. राज्य में फिलहाल नीतीश कुमार के साथ लालू के छोटे लाल तेजस्वी यादव राजनीति संभाल रहे हैं. आने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी में नीतीश और तेजस्वी सरकार पूरे जोश के साथ जुटी हुई है. आने वाले चुनाव के लिए कई राजनीतिक चेहरे भी सामने आ रहे हैं. भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह ने जहां जन सुराज पार्टी का दामन थामा है, तो वहीं अब लालू यादव की भी बेटी ने चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने को ले कर संकेत दिए है.
ससुर की पुण्यतिथि में पहुंची रोहिणी आचार्य
आने वाले चुनाव में रोहिणी आचार्य भी राजनीति में सक्रिय दिख सकती हैं. दरअसल गुरुवार के दिन दाउदनगर प्रखंड के हिच्चन बिगहा में वह अपने स्वर्गीय ससुर रणविजय सिंह की पुण्यतिथि के मौके पर पहुंची थी. यहां रोहिणी आचार्य जो पहले राजनीति से काफी दूर रहा करती थी उन्होंने राजनीति में आने को लेकर थोड़े बहुत संकेत मीडिया को दिए हैं. रोहिणी आचार्य का ससुराल काराकाट लोकसभा के दाउदनगर में है, कयास यह लगाए जा रहे हैं कि रोहिणी आचार्य अपने ससुराल की सीट से ही दाव लगा सकती हैं.
14 दिसंबर को जब पुण्यतिथि के मौके पर इस मीडिया ने रोहिणी आचार्य से पूछा कि क्या वह आने वाले दिनों में चुनाव लड़ते हुए भी नजर आ सकती हैं, क्योंकि वह सोशल मीडिया पर भी कई बार राजनीतिक मुद्दों पर अपने विचार रखती हैं. इस पर पहले तो रोहिणी आचार्य ने जवाब देने से मना कर दिया लेकिन दोबारा पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अगर जनता की इच्छा होगी तो वह जरूर लड़ेंगी.
रोहिणी आचार्य ने कहा कि अभी तक वह अपने मां और पिताजी को सुनती आ रही हैं, लेकिन जनता कहेगी तो उनकी भी सुनेंगी. लेकिन फिलहाल वह जमीन पर कोई काम नहीं कर रही है तो उन्हें टिकट कैसे मिलेगा. जनता के बीच रहेंगी तभी टिकट मिलेगा.
ससुराल से लड़ेगी चुनाव
इस बात पर अरवल के पूर्व विधायक रविंद्र सिंह ने कहा कि आपको कौन नहीं जानता. सोशल मीडिया पर एक्टिव है, फील्ड तो बना हुआ है आपको टिकट मांगने की क्या जरूरत है. पूर्व विधायक के कहने पर रोहिणी आचार्य ने तपाक से जवाब दिया की हवा हवाई वाला कोई काम नहीं है. हालांकि रोहिणी आचार्य भले ही कितना भी चुनाव लड़ने की बात टाल रही हों. लेकिन कहीं ना कहीं राजनीतिक गलियारों में यह बातें घूम रही है कि आने वाले दिनों में लालू यादव की बेटी अपने ससुराल से चुनाव लड़ सकती हैं.
बताते चले कि रोहिणी आचार्य आए दिनों सोशल मीडिया पर अपने परिवार, मां-बाप और भाई को लेकर हो रहे हमले पर जवाब देती रहती हैं. हालांकि वह राजनीति में एक्टिव नहीं रहती है लेकिन राजनीतिक खबरों की पूरी समझ रोहिणी में अपने पापा से मिले है. अगर बेटी चुनाव में हाथ आजमाएगी तो पिता के पूरा साथ-साथ पूरा परिवार अपनी आदर्श बेटी के साथ होगा.