दिसंबर के महीने में चुनावी गर्मी ठंडी नहीं पड़ने वाली है. बिहार में दिन-ब- दिन राजनीतिक गलियारों में गर्मी बढ़ते हुए नजर आ रही है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
शनिवार को हम के अध्यक्ष ने ऐलान कर दिया कि बिहार में अगर एनडीए की सरकार बनी है तो शराब बंदी कानून को वापस ले लिया जाएगा. इसी के साथ ने यह भी बताया कि वह 5 दिसंबर को दिल्ली के जंतर-मंतर में नीतीश कुमार के खिलाफत धरना प्रदर्शन करने वाले हैं.
हवन में मांझी नीतीश कुमार स्वाहा बोलकर आहुति
दिल्ली के जंतर-मंतर पर वह नीतीश कुमार के गलत नीतियों के खिलाफ हवन करेंगे और राज्य की महागठबंधन सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे. हवन में मांझी नीतीश कुमार स्वाहा, नीतीश कुमार स्वाहा बोलकर आहुति डालेंगे.
इसके साथ ही शनिवार को मांझी ने यह भी बताया कि पटना के मिलर ग्राउंड में दलितों का महासम्मेलन आयोजित किया जाएगा. इस आयोजन में राज्य के सभी जिलों के कार्यकर्ता पहुंचेंगे. एक तरह से मांझी जदयू की भीम संसद को टक्कर देने के लिए पूरी तरह से तैयारी कर रहे हैं. यह आयोजन पटना में 24 दिसंबर को होना है.
मांझी ने कहा की राजधानी पटना में भीम संसद बुलाया गया, लेकिन इस भीम संसद में दलित समुदाय के नेता रत्नेश सदा का अपमान किया गया.