मंगलवार को CM नीतीश कुमार ने विधान परिषद के सदस्य चुनाव के लिए नामांकन भरा है. विधान परिषद के लिए सीएम ने चौथी बार पर्चा भरा है, साल 2006 में मुख्यमंत्री का पदभार संभालने के कुछ महीने बाद ही नीतीश कुमार विधान परिषद सदस्य निर्वाचित हुए थे.
CM नीतीश कुमार के नामांकन दाखिल करने के दौरान जदयू के पूर्व अध्यक्ष ललन सिंह के साथ-साथ जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, पूर्व मंत्री अशोक चौधरी, विजेंद्र यादव मौजूद रहे. इन सब के अलावा दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा भी मौके पर मौजूद रहे.
पर्चे भरने की आखिरी तारीख 11 मार्च
CM के MLC दाखिले पर उनका निर्विरोध चुना जाना लगभग तय माना जा रहा है. CM के अलावा जदयू की ओर से खालिद अनवर और संतोष सुमन ने भी पर्चा भरा है.
इधर भाजपा, राजद और कांग्रेस ने फिलहाल प्रत्याशियों के नामों का ऐलान नहीं किया है. राजद से राबड़ी देवी का नामांकन लगभग तय है, लेकिन वह अपना नामांकन कब दाखिल करेंगी इसको लेकर कोई खबर सामने नहीं आ रही है. उम्मीद है कि 11 मार्च आखिरी तारीख के पहले ही एमएलसी चुनाव के लिए पर्चे भर लिए जाएंगे.
बिहार विधान परिषद में 11 सीटें मई में खाली होने जा रही हैं, इन खाली सीटों को भरने के लिए सोमवार से ही चुनाव प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है. विधान परिषद चुनाव के लिए सोमवार को नोटिफिकेशन जारी हो गया था. निर्वाचन विभाग ने अधिसूचना जारी कर बताया था कि विधान परिषद के चुनाव के लिए सोमवार से ही प्रत्याशियों का नामांकन शुरू हो जाएगा.
21 मार्च को होगी वोटिंग
जारी हुए नोटिफिकेशन के मुताबिक 11 खाली होने वाली सीटों पर नामांकन प्रक्रिया 4 मार्च से शुरू हो जाएगी, जो 11 मार्च तक चलेगी. अगले दिन यानी 12 मार्च को नामांकन की जांच होगी. 14 मार्च तक नामांकन वापस लेने का समय है और वोटिंग की संभावित संभावित तिथि 21 मार्च है. 21 मार्च को सुबह 9:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक वोटिंग होगी और नतीजे जारी किए जाएंगे.
बिहार विधान परिषद के 11 सदस्यों का कार्यकाल 6 मई 2024 को खत्म हो रहा है. पूर्व सीएम राबड़ी देवी, शाहनवाज हुसैन, सीएम नीतीश कुमार, पूर्व मंत्री संजय कुमार झा, कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा, हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नीतीश सरकार के कैबिनेट मंत्री संतोष कुमार सुमन, मंगल पांडे, रामचंद्र पूर्व, खालिद अनवर, रामेश्वर महतो और भाजपा नेता संजय पासवान का कार्यकाल मई में पूरा हो रहा है.