पटना में आज महागठबंधन की सरकार ने भाजपा को दो बड़े कार्यक्रम से साधने की कोशिश की है.
बिहार में जहां एक तरफ नीतीश कुमार की सरकार शिक्षक नियुक्ति पत्र बांटने का कार्यक्रम कर रही है. वहीं दूसरी तरफ भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) भी भाजपा हटाओ, देश बचाओ रैली का आयोजन किया है.
पटना के मिलर हाई स्कूल मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी भाग लिया.
I.N.D.I.A गठबंधन के बीच तालमेल की कमी
यहां नीतीश कुमार ने भाजपा को तो घेरा ही लेकिन कांग्रेस को भी लेकर खफा नज़र आए. नीतीश कुमार ने कहा है कि I.N.D.I.A को गठबंधन की चिंता नहीं है. वह सिर्फ़ विधानसभा चुनाव में व्यस्त है.
नीतीश कुमार ने रैली में कहा कि वह कांग्रेस को आगे बढ़ाना चाह रहे हैं, लेकिन ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस पांच राज्य के विधानसभा चुनाव में ही व्यस्त है. इससे ये कयास लगाए जा रहे है कि क्या राज्य और I.N.D.I.A गठबंधन के बीच तालमेल की कमी है.
सीपीआई से हमारा पुराना रिश्ता - नीतीश कुमार
नीतीश कुमार ने आगे कहा कि चलिए जो हो रहा है रहने दीजिए. लेकिन हम तो देश को एकजुट करने के लिए और जो आज शासन में है उनसे देश को बचाने के लिए यह सब कर रहे थे. हम सोशलिस्ट लोग हैं सीपीआई से हमारा पुराना रिश्ता है. कम्युनिस्ट और सोशलिस्ट को एक होकर आगे चलना है.
हालांकि अपनी बातों में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यों में चुनाव के बाद पार्टी सभी को बुलाएगी और आगे की रणनीति तय करेगी.
नीतीश कुमार के बयान के बाद अब देखना होगा कि भाजपा की सरकार इंडिया गठबंधन को लेकर नीतीश कुमार के रिश्ते पर क्या बयान देती है.