I.N.D.I.A गठबंधन की चौथी बैठक ने देशभर में सुर्खियां बटोरी थी. इस बैठक के बाद से सियासी पारा नए स्तर के गर्माहट पर पहुंचा हुआ है. मंगलवार की बैठक के बाद से ही भाजपा के तमाम नेता-मंत्री बौखलाहट में कई तरह की बयानबाजियां कर रहे हैं.
भाजपा के केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी I.N.D.I.A गठबंधन पर निशाना साधा है. कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने शुक्रवार के दिन कर्नाटक के स्कूल में हिजाब पहनने पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया. इस प्रतिबन्ध को हटाए जाने के बाद राजनीतिक गलियारा बिल्कुल गरमा गया है. भाजपा देश स्तर पर कर्नाटक सरकार के इस निर्णय को लेकर लगातार विरोध कर रही है.
कर्नाटक में इस्लामी कानून लागू - गिरिराज सिंह
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने हिजाब पर लगे प्रतिबन्ध पर कर्नाटक सरकार पर हमला बोला है. गिरिराज सिंह ने कहा है कि अगर देश में कांग्रेस की सरकार या राहुल गांधी या फिर I.N.D.I.A गठबंधन की सरकार बनती है तो देश में इस्लामी कानून लागू हो जाएगा.
शनिवार को केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कर्नाटक में सिर्फ हिजाब पर से प्रतिबंध नहीं हट रहा है, बल्कि राज्य में शरिया कानून लागू किया जा रहा है. ऐसे में अगर देश में राहुल गांधी, कांग्रेस या I.N.D.I.A की सरकार बनी है तो इस्लामी कानून लागू हो जाएगा.
दरअसल कर्नाटक में भाजपा सरकार ने ही 2022 में हिसाब पर बैन लगा दिया था. जिसे मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर घोषणा कर इसे वापस लिया है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य सरकार उस आदेश को वापस ले लेगी, जिसमें मुस्लिम लड़कियों को क्लास के अंदर हिसाब पहनकर जाने से रोक दिया गया था. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पहनना, खान-पान यह सब आपकी पसंद है मुझे बीच में नहीं आना चाहिए. जो ड्रेस है वह पहनो, जो चाहे वह खाओ, वह मेरे लिए क्या है? मैं अपना खाऊंगा, तुम अपना खाओ, तुम्हें तुम्हारा अपना अधिकार है और मेरा अपना. वोट के लिए ऐसी राजनीति नहीं करनी चाहिए, जिससे लोग प्रभावित हो.
सिद्धमरैया के इस बयान के बाद पूर्व सीएम यदुरप्पा ने भी अपनी प्रतिक्रियाएं दी है. उन्होंने कहा कि सिद्धमरैया हिजाब के इस फैसले को वापस ले. सभी समुदाय एक साथ एक क्लास में पढ़ाई करने के लिए यूनिफॉर्म की जरूरत होती है. सिर्फ मुस्लिम समुदाय को खुश करने के लिए जलदबाज़ी में यह फैसला लिया गया है.
बताते चलेगी कर्नाटक में भाजपा सरकार ने अपने राज के दौरान शिक्षण संस्थानों में हिजाब पहन कर आने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था. जिसके बाद पूरे देश में इसपर बवाल मच गया था. यह मामला स्कूल से उठकर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था, लेकिन भाजपा सरकार अपने इस फैसले पर अडिग रही और उसने राज्य के सभी शिक्षण संस्थानों में छात्र-छात्राओं को ड्रेस कोड में ही स्कूल आने की बात कही थी. लेकिन भाजपा की हार के बाद कांग्रेस ने एमनेस्टी इंडिया से हिजाब पर लगे बैन को हटाने की अपील की थी. कर्नाटक के स्कूलों में हिजाब ना लगा कर जाने का यह मामला सुप्रीम कोर्ट में अभी विचाराधीन है.