बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली पर बात करना कोई नयी बात नहीं है. लेकिन इस पर बार-बार बात करना भी जरूरी. ग्रामीण स्वास्थ्य की स्थिति सबसे बदहाल है. राज्य के स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर से लेकर दवाई, हेल्थ सर्विसेज, जांच मशीन कुछ भी मौजूद नहीं होता है.
प्रशिक्षित ग्रामीण चिकित्सकों को अबतक नहीं मिली नियुक्ति
पटना के राजद कार्यालय के बाहर आज प्रशिक्षित चिकित्सकों ने धरना दिया है. चिकित्सकों ने बताया की उन्होंने कोविड के समय गांवों में अपनी सेवा दी थी, लेकिन उन्हें अभी तक नियुक्ति नहीं मिली है.
दरअसल पहले स्वास्थ्य विभाग ने ग्रामीण चिकित्सकों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर के द्वारा ट्रेनिंग दिलवाई. लेकिन सरकार ने इन्हें स्वास्थ्य मित्र के तौर पर नियुक्त नहीं किया. राजद कार्यालय के बाहर पूरे जिले से हजार प्रशिक्षित ग्रामीण चिकित्सक नियुक्ति की मांग कर रहे थे. राजद की तरफ़ से इन चिकित्सकों को आश्वासन दिया गया है.
अब देखना है कि सरकार का आश्वासन कब पूरा हो पाएगा.