साल 2024 की शुरुआत से ही देश के कुछ राज्यों में आम चुनावों की तैयारियां चल रही है. साल के अंत तक लोकसभा चुनाव होने तय है, जिसकी तैयारी बीते साल से ही छुट-पुट तरीके से होने लगी थी. मगर इस साल गहमा-गहमी ज्यादा बढ़ गई है. चुनावी बिगुल समझिए की राज्यों में बज ही चुका है. इसी चुनावी तैयारियों में भाजपा और इंडिया गठबंधन की पार्टियां लगी हैं.
इंडिया गठबंधन कांग्रेस की सोच से पनपा और कोंग्रेस ने चुनाव प्रचार के लिए फिर से एक रैली "भारत जोड़ो न्याय यात्रा" का आयोजन किया है. इसी यात्रा से वायनाड सांसद राहुल गांधी इंडिया गठबंधन के लिए वोट जुटाएंगे.
बेतिया के सुगौली में कार्यक्रम
भाजपा वोट बैंक जुटाने का जिम्मा पीएम मोदी ने खुद लिया है, इसके लिए पीएम देश के राज्यों में कई कार्यक्रम करेंगे. इस कार्यक्रम, जनसभा और रैली से ही पीएम अपनी पार्टी का एजेंडा आमजन तक ले जाएंगे. अपने पार्टी के लिए वोट मांगने और इंडिया गठबंधन के उपर निशाना साधने पीएम बिहार आ रहे हैं. 27 जनवरी को पीएम मोदी बिहार के बेतिया के सुगौली में अपने कार्यक्रम के लिए पधार सकते हैं. इस एक दिवसीय कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी 6,500 करोड़ रुपए के इंडियन ऑयल की परियोजना का शुभारंभ करेंगे. इसके अलावा प्रधानमंत्री बेतिया के रमना मैदान में जनसभा को भी संबोधित करेंगे. इंडियन ऑयल की परियोजना के साथ-साथ पीएम मोदी बेतिया में कई सड़क और पुल के परियोजनाओं का भी उद्घाटन और शिलान्यास करेंगें.
हालांकि पीएम के इस कार्यक्रम को ले कर अभी तक भाजपा की ओर से कुछ नहीं कहा जा रहा है. पीएम के इस कार्यक्रम के जगह पर भी अभी तक सरकारी अधिकारी और भाजपा ने हामी नही भरी है.
पीएम पहले 27 जनवरी की जगह 13 जनवरी को बिहार आने वाले थे, हालांकि यह कार्यक्रम किसी कारणवश टल गया और अब नए तारीखों पर सबकी निगाहें टिकी हैं.
पीएम मोदी बेतिया के अलावा बेगूसराय और औरंगाबाद में भी जनसभा को आयोजित संबोधित करेंगे. इस कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा के साथ-साथ सभी तैयारियां को लेकर भाजपा के नेता, सांसद, विधायक तैयारी में जुट गए हैं. पीएम की जनसभा बिहार में डेढ़ सालों के बाद होने वाली है.
कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में जेपी नड्डा और अमित शाह भी बिहार में लोकसभा चुनावों के प्रचार के लिए बिहार आ सकते हैं. आने वाले दिनों में बिहार में राजनीतिक गर्माहट रहने वाली है.