बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज अपने सोशल मीडिया हैंडल से दु:खद खबर साझा की है. पूर्व उपमुख्यमंत्री ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से जानकारी साझा की कि वह पिछले 6 महीने से कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से जूझ रहे हैं. जिसकी वजह से वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे.
सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री ने लिखा कि - पिछले 6 माह से कैंसर से संघर्ष कर रहा हूँ. अब लगा कि लोगों को बताने का समय आ गया है. लोकसभा चुनाव में कुछ कर नहीं पाऊँगा. PM को सब कुछ बता दिया है. देश, बिहार और पार्टी का सदा आभार और सदैव समर्पित.
भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी बीते कई दिनों से सार्वजनिक रूप से कहीं देखे नहीं जा रहे थे, लेकिन सोशल मीडिया के द्वारा वह राजनीतिक घटनाक्रमों पर हमेशा नजर बनाए रखते थे. भाजपा नेता की राज्यसभा सदस्यता भी इस साल खत्म हुई है. भाजपा ने उन्हें दोबारा राज्यसभा सांसद नहीं बनाया तो खबरें यह आने लगी कि सुशील मोदी लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं. हालांकि भाजपा के कैंडिडेट लिस्ट आने के बाद यह भी फाइनल हो गया कि सुशील मोदी चुनाव नहीं लड़ेंगे. लेकिन उनके चुनाव ना लड़ने की वजहों का कुछ पता नहीं लग पा रहा था, जिसे अब सुशील मोदी ने खुद साफ़ कर दिया.
शीघ्र स्वस्थ होने की कामना - रवि शंकर प्रसाद
पूर्व उपमुख्यमंत्री के इस पोस्ट के बाद I.N..D.I.A गठबंधन ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि राजनीति अपनी जगह है, लेकिन हम सब चाहते हैं कि आप जल्दी ठीक हो जाए और फिर दोबारा राजनीति में आए.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद रवि शंकर प्रसाद ने भी सोशल मीडिया पर सुशील मोदी के पोस्ट के बाद उनके स्वास्थ्य पर कहा कि मैं बहुत दुखी हूं. मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.
बिहार के मौजूदा उपमुख्यमंत्री सीएम सम्राट चौधरी ने ट्वीट करते हुए सुशील मोदी के जल्दी स्वस्थ होने की कामना की. सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी जी के अस्वस्थ होने की सूचना मिली है. मैं उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए ईश्वर से कामना करता हूं. स्वस्थ होकर अपने सक्रिय जीवन में आए, ऐसी प्रार्थना बिहार की जनता भी करती है.
छात्रसंघ चुनाव से सुशील मोदी ने राजनीति में रखा था कदम
पूर्व उपमुख्यमंत्री का कार्यकाल पटना यूनिवर्सिटी के छात्र संघ चुनाव से शुरू हुआ था. छात्रसंघ चुनाव से सुशील मोदी ने राजनीति में कदम रखा. इसके बाद सुशील मोदी संपूर्ण क्रांति के आंदोलन में शामिल हुए और गिरफ्तारी के बाद 19 महीने तक जेल में रहे. इमरजेंसी के बाद सुशील मोदी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राज्य सचिव बनाए गए. 1990 में पटना मध्य विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर विधानसभा पहुंचे, वह इस क्षेत्र से लगातार तीन चुनाव जीते.
2004 में सुशील मोदी पहली बार सांसद बने, तब उन्होंने भागलपुर लोकसभा सीट से अपनी दावेदारी पेश की थी. एनडीए की सरकार बनने के बाद पहले सुशील मोदी ने मंत्री पद को संभाला और उसके बाद उपमुख्यमंत्री बने. 2020 में सुशील मोदी बिहार से हटकर राज्यसभा के लिए चयनित हुए.
लालू यादव के चारा घोटाले को सुशील मोदी ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका के जरिए दायर किया था, जिसमें लालू यादव को जेल भी हो चुकी है.