Swati Maliwal Case: बिभव कुमार को वापस लेकर लौटी दिल्ली पुलिस, iPhone फॉर्मेट करने का शक

दिल्ली पुलिस का कहना है कि गिरफ़्तारी से पहले बिभव कुमार ने अपने फोन का डेटा किसी को ट्रान्सफर करने के बाद डिलीट कर दिया है. इसी डेटा को हासिल करने के लिए टीम बिभव को मुंबई लेकर गयी थी. 

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बिभव कुमार को दिल्ली वापस लेकर लौटी दिल्ली पुलिस

बिभव कुमार को दिल्ली वापस लेकर लौटी दिल्ली पुलिस

स्वाति मालीवाल (Swati Maliwal case) से मारपीट के आरोपों का सामना कर रहे बिभव कुमार को दिल्ली पुलिस बुधवार 22 मई को वापस दिल्ली लेकर लौट (Bibhav Kumar back to Delhi) गयी है. बिभव कुमार को 21 मई को मुंबई ले जाया गया था. दिल्ली पुलिस का कहना है कि गिरफ़्तारी से पहले बिभव कुमार ने अपने फोन का डेटा किसी को ट्रान्सफर करने के बाद डिलीट कर दिया है. इसी डेटा को हासिल करने के लिए टीम बिभव को मुंबई लेकर गयी थी. 

दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने बिभव कुमार के फोन, लैपटॉप और केजरीवाल के घर की CCTV फुटेज जांच के लिए फ़ोरेंसिक जांच के लिए भेजा है. बिभव कुमार पांच दिनों के लिए दिल्ली पुलिस की कस्टडी में हैं. स्वाति मालीवाल से मारपीट का मामला अब स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (SIT) देख रही है. टीम में इंस्पेक्टर रैंक के तीन अधिकारी और सिविल लाइन्स पुलिस स्टेशन के अधिकारी भी शामिल रहेंगे. स्वाति मालीवाल ने सबसे पहले सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई है.

दिल्ली पुलिस ने बिभव कुमार को उनके आवास से 18 मई को गिरफ्तार किया था. इसके बाद पुलिस ने बिभव कुमार का बयान दर्ज करने के बाद मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया. फिलहाल बिभव कुमार 23 मई तक दिल्ली पुलिस की कस्टडी में रहेंगे. दिल्ली पुलिस ने सात दिनों की रिमांड मांगी थी लेकिन कोर्ट ने पांच दिनों की रिमांड दी.

आरोपी बिभव और पीड़िता स्वाति मालीवाल के साथ दिल्ली पुलिस ने CM हाउस में सीन रीक्रिएट कर लिया है.

स्वाति ने किया ट्विट

इस घटना के बाद से ही आम आदमी पार्टी के नेताओं ने स्वाति मालीवाल से दुरी बना ली है. वहीं आप नेता आतिशी मर्लेना ने तो इसतरह की किसी भी घटना से इंकार करते हुए स्वाति पर बीजेपी के दबाव में ऐसा करने का आरोप लगा दिया.

वहीं स्वाति ने एक्स पर ट्विट कर इसका जवाब दिया है. स्वाति ने लिखा “कल से दिल्ली के मंत्री झूठ फैला रहे है कि मुझपे भ्रष्टाचार की FIR हुई है इसलिए BJP के इशारे पर मैंने ये सब किया. ये FIR आठ साल पहले 2016 में हो चुकी थी जिसके बाद मुझे सीएम और LG दोनों ने दो बार महिला आयोग की अध्यक्ष नियुक्त किया. केस पूरी तरह फर्जी है जिस पर 1.5 साल से माननीय हाई कोर्ट  ने स्टे लगाया हुआ है, जिन्होंने माना है कि पैसे का कोई लेन देन नहीं हुआ है.

स्वाति ने आगे लिखा  “बिभव कुमार के ख़िलाफ़ कंप्लेंट देने तक मैं इनके (AAP) हिसाब से “लेडी सिंघम” थी और आज BJP एजेंट बन गई? पूरी ट्रोल आर्मी मुझपे लगा दी गई सिर्फ़ इसलिए क्योंकि मैंने सच बोला.

स्वाति मालीवाल ने आगे लिखा “पार्टी के सभी लोगों को फ़ोन करके बोला जा रहा है स्वाति की कोई पर्सनल वीडियो है तो भेजो, लीक करनी है. मेरे रिश्तेदारों की गाड़ियों के नंबर से उनकी डिटेल ट्वीट करवाकर उनकी जान ख़तरे में डाल रहे हैं. ख़ैर, झूठ ज़्यादा देर तक टिक नहीं पाता है. तुम्हारे हर फैलाए झूठ के लिए तुम्हें कोर्ट लेके जाऊँगी.”

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