झारखंड मुक्ति मोर्चा(JMM) पार्टी की मुश्किलों का खात्मा नहीं हो रहा है. झामुमो के तारे इन दोनों इतने गर्दिश में है कि एक के बाद एक पार्टी से ताल्लुक रखने वाले कई नेताओं के ऊपर जांच की तलवार लटक रही है. पहले ही ED और CBI के जांच में हेमंत सोरेन फंस चुके हैं. जमीन घोटाला मामले में हेमंत सोरेन बीते एक महीने से ज्यादा समय से जेल में बंद है और अब उनके पिता शिबू सोरेन के खिलाफ भी जांच होगी.
आय से अधिक संपत्ति का मामला
सोमवार को लोकपाल ने आय से अधिक संपत्ति मामले में झामुमो के अध्यक्ष शिबू सोरेन के खिलाफ दाखिल शिकायत पर फैसला सुनाया है. लोकपाल ने आय से अधिक संपत्ति मामले में CBI को प्रारंभिक जांच 6 महीने के अंदर ही पूरा करने का आदेश दिया है. इसके साथ ही जांच रिपोर्ट की एक प्रति एक महीने के बाद सौंपने का निर्देश दिया है.
मालूम हो कि लोकपाल ने इस पूरे मामले पर सुनवाई के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था, जिसे कल सुनाया गया.
पूरा मामला साल 2020 का है. जब गोड्डा जिला के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने शिबू सोरेन और उनके परिजनों पर सरकारी राशि का दुरुपयोग करने और आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया था. गोड्डा सांसद ने लोकपाल में सोरेन परिवार के खिलाफ शिकायत की थी. लोकपाल से शिकायत कर शिबू सोरेन के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग कही थी. जिसे शिबू सोरेन ने चुनौती दी थी और जांच पर रोक लगाने की मांग करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. झामुमो सुप्रीमो ने अपने अधिकार क्षेत्र का इस्तेमाल करते हुए सीबीआई के प्राथमिक जांच की कार्रवाई को चुनौती दी थी. इस मामले पर दिल्ली हाईकोर्ट ने जनवरी में अपना फैसला सुनाया था.
लोकपाल के आदेश में हस्तक्षेप करने से इनकार
दिल्ली हाईकोर्ट ने भी शिबू सोरेन की याचिका पर राहत नहीं दी थी. दिल्ली हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद की पीठ ने सुनवाई के बाद आदेश को बरकरार रखा था. और लोकपाल के आदेश में हस्तक्षेप करने से इनकार किया था.
दिल्ली हाईकोर्ट से आए फ़ैसले पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा था- आज दिल्ली हाईकोर्ट ने लोकपाल में दाखिल मेरे केस को सुनवाई सुनिश्चित करने के लिए कहा और दख़लंदाज़ी से इनकार किया. कोर्ट ने कहा कि सोरेन परिवार के भ्रष्टाचार पर फ़िलहाल लोकपाल की कार्रवाई व CBI क़ानून सम्मत है. जय राम श्रीराम जय जय राम.
इस पूरे मामले पर शिबू सोरेन ने कहा था कि उनके खिलाफ मामला दुर्भावना पूर्ण और राजनीतिक वजहों से आरोप लगाया गया है.