गुरुवार को पटना-दीघा के इलाके में टिनी टॉट स्कूल में पढ़ने वाला 4 साल का आयुष कुमार लापता हो गया था. लापता बच्चे का शव गुरुवार की देर रात स्कूल के नाले से बरामद किया गया था.
पटना पुलिस ने मामले में कार्यवाही करते हुए स्कूल संचालक और उसके बेटे को गिरफ्तार कर लिया है. शुक्रवार को पुलिस ने स्कूल के प्रिंसिपल भी वीणा झा उर्फ़ पुतुल झा से पूछताछ की, जिसमें उन्होंने बताया कि स्कूल में खेलते वक्त आयुष स्लाइडर से गिर गया था, जिसके बाद उसके सर में चोट आई थी. खून बहुत ज्यादा बह रहा था और हम डर गए थे. डर के कारण मैंने अपने बेटे धनराज के साथ मिलकर आयुष को नाले में डाल दिया. वीणा झा ने आगे बताया कि हम दोनों ने पहले मिलकर खून के धब्बे को हटाया और फिर हमने आयुष को गटर में डाला. हमें लगा कि इससे किसी को कुछ नहीं पता चलेगा और हम बच जाएंगे.
10 मिनट का सीसीटीवी फुटेज गायब
गुरुवार को ही 3:30 बजे करीब स्कूल ने आयुष के पिता को फोन किया और कहा कि उनका बच्चा नहीं मिल रहा है. बस ड्राइवर ने बताया कि उसने आयुष को स्कूल छोड़ा था. इसके बाद खोजबीन के दौरान प्रिंसिपल ने परिवार के सामने सीसीटीवी फुटेज को भी दिखाया, जिसमें 10 मिनट का फुटेज गायब था. आयुष की 5 साल की बहन भी उसी के साथ स्कूल में पढ़ती थी. उसने पूरी आंखों देखी बताई, जिसमें उसने बताया कि धनराज सर ने गटर का ढक्कन हटाकर भाई को उसमें डाल दिया और फिर ढक्कन लगा दिया.
पुलिस ने घटना के बाद स्कूल संचालक धनराज और उसकी मां वीणा झा को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों के ऊपर हत्या कर साक्ष्य को छुपाने की धारा के तहत केस दर्ज किया गया है.
स्कूल के नाले में मिला था आयुष
आयुष गुरुवार को स्कूल गया था, स्कूल खत्म होने के बाद वह ट्यूशन भी जाता था. गुरुवार को भी वह स्कूल के बाद ट्यूशन गया, लेकिन ट्यूशन के बाद आयुष घर नहीं लौटा. जिसके बाद परेशान होकर परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की. काफी खोजबीन के बाद बच्चे का शव स्कूल के एक नाले से उसका शव बरामद किया गया. गुरुवार की आधी रात बच्चे का शव बरामद होने से परिवार में कोहराम मच गया था. परिजनों ने आरोप लगाया था कि स्कूल ने ही आयुष की हत्या कर शव को छुपाने के लिए नाले में फेंक दिया.