देश में विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा है तो प्रदेश में भी आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी बाजार गर्म है. पार्टी के कई नेता और मंत्री पहले ही दलबदल की प्रक्रिया शुरू कर चुके हैं.
बिहार की राजनीति में चाचा-भतीजे की लड़ाई चर्चा में बनी हुई है. पिछली बार भी हाजीपुर सीट को लेकर चाचा-भतीजा चुनाव में आमने-सामने थे. इस बार भी हाजीपुर की लोकसभा सीट पर ये लड़ाई साफ देखी जा सकती है.
मां रीना पासवान को हाजीपुर से चुनाव लड़वाएंगे
चिराग पासवान ने कहा था कि वह अपनी मां रीना पासवान को हाजीपुर से चुनाव लड़वाएंगे. और खुद जमुई से चुनाव लड़ेंगे. उनके चाचा पशुपति पारस ने ऐलान किया कि अगर चिराग अपनी मां को हाजीपुर से चुनाव लड़वाएंगे. तो वह चिराग पासवान के परिवार के किसी सदस्य की बहन को भी जमुई से चुनाव लड़वाएंगे.
यहां पशुपति पारस चिराग पासवान की सौतेली बहन और मां के चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं.
हाजीपुर सीट पर किसकी होगी दावेदारी
हाजीपुर सीट से चिराग पासवान की दावेदारी से पशुपति पारस नाराज हैं. उन्होंने कहा है कि बिहार की 40 सीटों पर चिराग अकेले चुनाव क्यों नहीं लड़ते. अगर चिराग ज्यादा परेशानी पैदा करेंगे. तो जमुई सीट से चुनाव लड़ना मुश्किल हो जाएगा.
चिराग पासवान ने कहा था कि समय आने पर चाचा पशुपति पारस हाजीपुर सीट से पीछे हट जायेंगे. लेकिन अब विवाद शुरू हो गया है. अब देखने वाली बात यह है कि हाजीपुर सीट पर दोनों में से किसी एक की दावेदारी कब तक ऐसे ही टिकी रहती है.