लोकसभा चुनाव 2024 अब अपने चरम पर हैं. सात फेज में समाप्त होने वाली इस चुनावी कारवां का मात्र दो चरण शेष रह गया है. बाकि बचे दो चरण के लिए पक्ष और विपक्ष अपना जोर लगाए हुए हैं. लेकिन जनता को साधने के खेल में कभी-कभी अपने ही मुंह से निकाला गया शब्द, उल्टा पड़ जाता है. इसका ताजा उदाहरण पूरी लोकसभा सीट असे देखने को मिला है.
दरअसल पीएम मोदी सोमवार 20 मई को पूरी लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार संबित पात्रा के लिए चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे. इसी दौरान संबित पात्रा ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए भगवान जगन्नाथ को पीएम मोदी का भक्त बता दिया. ऑन कैमरा इस तरह कि विवादस्पद बात कहने के बाद बीजेपी और पात्रा की आलोचना हो रही है.
वहीं संबित पात्रा को भी इसपर माफी मांगनी पड़ी है. संबित पात्रा ने देर रात एक बजे वीडियो जारी कर भगवान जगन्नाथ से माफ़ी मांगी है. पात्रा वीडियों में कहते नजर आ रहे हैं “आज महाप्रभु जगन्नाथ को लेकर मुझसे जो भूल हुई है, उसको लेकर मेरा मन दुखी है. मैं जगन्नाथ जी के चरणों में शीश झुकाकर माफी मांगता हूं. मैं अपनी गलती को सुधारने और पश्चाताप के लिए अगले 3 दिन उपवास करूंगा.”
विपक्ष का पलटवार
विपक्ष ने पात्रा के इस बयान पर बीजेपी को घेरते हुए कहा “बीजेपी सत्ता के नशा में चूड़ हैं. चार जून को जनता इनके अहंकार को खत्म करेगी.”
वहीं ओडिशा के CM नवीन पटनायक ने पात्रा को घेरते हुए एक्स पर लिखा “महाप्रभु श्री जगन्नाथ ब्रह्मांड के भगवान हैं. महाप्रभु को किसी इंसान का भक्त कहना भगवान का अपमान है. इससे दुनिया भर में करोड़ों जगन्नाथ भक्तों और ओडिया लोगों की आस्था को ठेस पहुंची है. भगवान जगन्नाथ ओडिया अस्मिता के सबसे महान प्रतीक हैं. भाजपा नेता ने ओडिया अस्मिता को चोट पहुंचाई है. राज्य के लोग इसे याद रखेंगे.”
इसपर पात्रा ने जवाब देते हुए लिखा “आज पुरी में PM मोदी के रोड शो की सफलता के बाद मैंने कई मीडिया चैनलों को बयान दिया. हर जगह मैंने कहा कि मोदी जी महाप्रभु जगन्नाथ के भक्त हैं. एक जगह गलती से मैंने उलटा बोल दिया. हम सब की जुबान कभी-कभी फिसल जाती है. इसे मुद्दा न बनाएं”
कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने भी पात्रा के इस बयां पर भाजपा को घेरते हुए लिखा “जब प्रधानमंत्री खुद को शहंशाह और दरबारी उन्हें भगवान समझने लगे, तो मतलब साफ है कि पाप की लंका का पतन नजदीक है. करोड़ों लोगों की आस्था को चोट पहुंचाने का अधिकार मुट्ठी भर भाजपा के लोगों को आखिर किसने दिया? यह अहंकार ही उनके विनाश का कारण बन रहा है.”
25 मई को है चुनाव
ओडिशा के पुरी लोकसभा सीट पर छठे चरण में 25 मई को वोटिंग हैं. बीजेपी के संबित पात्रा के खिलाफ कांग्रेस ने यहां सुचारिता मोहंती को टिकट दिया था. लेकिन सुचरिता ने पैसे की कमी का हवाला देते हुए टिकट वापस कर दिया.
ऐसे में संबित पात्रा को केवल बीजू जनता दल (BJD) के अरूप पटनायक से होने वाला है. अरूप पटनायक मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर है. पूरी लोकसभा सीट पर कांग्रेस और बीजेडी का वर्चस्व रहा है. कांग्रेस यहां 1952 से 1996 तक जीतती रही.
वहीं 1998 से यह सीट BJD के कब्जे में हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में भी BJD के पिनाकी मिश्रा ने संबित पात्रा को 12 हजार वोटों से हराया था.