भोजपुरी गायक पवन सिंह के इस लोकसभा चुनाव में लड़ना फाइनल हो गया था, लेकिन उनके हाथ से टिकट आने के बाद भी छिन गया. टिकट जाने से पवन सिंह आहत नजर आ रहे हैं.
पवन सिंह के हाथों से टिकट जाने के बाद ममता कैबिनेट के मंत्री बाबुल सुप्रियो ने पवन सिंह पर आरोप लगाया था कि वह अपने गानों में बंगाली महिलाओं को टारगेट करते हैं. जिस पर पवन सिंह आग बबूला हो गए हैं. टीएमसी नेता को जवाब देते हुए पवन सिंह ने राजनीति और अपने संगीत करियर से संन्यास लेने तक का ऐलान कर दिया है. पवन सिंह ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स से बाबुल सुप्रियो को टारगेट करते हुए चैलेंज कर दिया है कि वह अगर इन गानों को साबित कर देंगे तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा.
आसनसोल लोकसभा सीट से बीजेपी ने पवन सिंह को दिया था टिकट
पवन सिंह ने लिखा- आप ने चार गाने का जो पोस्टर पोस्ट किया है; अगर ये चारों पोस्टर के गाने को सही साबित कर देते है तो मैं राजनीति और संगीत दोनों से सन्यास ले लूंगा....... नहीं तो आप......
श्री बाबुल सुप्रियो नहीं बोलना चाहता था.....लेकिन आपने सिर्फ पवन सिंह का हीं दिल नहीं दुःखाया है, बल्कि 40 करोड़ भोजपुरी भाषी और कलाकारों को प्रेम करने वाले लोगों के मान सम्मान को ठेस पहुंचाया है.
बता दें की हाल में ही भाजपा ने पवन सिंह को राजनीति में एंट्री कराई थी. भाजपा ने पश्चिम बंगाल के आसनसोल के लोकसभा सीट से पवन सिंह को टिकट दिया था. टिकट मिलने पर पवन सिंह ने सोशल मीडिया पर खुशी जाहिर की थी, जिसका वीडियो भी काफी वायरल हुआ था. लेकिन एक्टर ने खुद ही टिकट वापस कर दिया. उन्होंने कहा कि यह उनकी मनचाही सीट नहीं है.
इस पूरे प्रकरण पर टीएमसी नेता ने कहा था कि पवन सिंह बंगाली महिलाओं को टारगेट कर गाना देखते हैं. मेरे मन में उनके खिलाफ या एक कलाकार के रूप में कुछ भी नहीं है. लेकिन विशेष रूप से एक व्यक्ति के वीडियो, फिल्मों में बंगाली महिलाओं को निशाना बनाया जाता है. क्या बीजेपी ऐसे व्यक्तियों को आसनसोल से मैदान में उतर सकती है?