भाजपा के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कुछ दिनों पहले अपने अस्वस्थ होने की घोषणा की थी. सुशील मोदी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से सबको बताया था कि वह कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं. इसके साथ ही पूर्व डिप्टी सीएम ने इस बार के चुनाव में भाग नहीं लेने की भी घोषणा की थी. सुशील मोदी के पोस्ट के बाद बिहार के तमाम पक्ष और विपक्षी राजनीतिक दलों ने सुशील मोदी के जल्द स्वस्थ होने और राजनीति में वापस लौटने की कामना की.
सुशील मोदी के इस घोषणा के बाद बिहार सरकार के पूर्व पर्यावरण मंत्री और लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव सुशील मोदी से मिलने पहुंचे. शुक्रवार को विपक्षी दल का ठीकरा किनारे रख तेज प्रताप यादव सुशील मोदी के आवास पहुंचे, जहां उन्होंने सुशील मोदी के स्वस्थ होने की कामना की.
जल्द स्वस्थ्य होने की कामना - तेज प्रताप यादव
पूर्व डिप्टी सीएम से मुलाकात की फोटो साझा करते हुए तेज प्रताप यादव ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा- आज राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मेरे पिता के प्रारंभिक राजनीतिक जीवन के साथी रहे, राज्यसभा सदस्य आदरणीय सुशील कुमार मोदी जी से उनके आवास पर मिलकर स्वास्थ्य लाभ की कामना की. वे जल्द स्वस्थ्य हों, यही मेरी ईश्वर से प्रार्थना है.
राजद और भाजपा के बीच में किस स्तर का राजनीतिक द्वन्द हैं यह जग जाहिर है, लेकिन इसके बावजूद सुशील मोदी का हाल-चाल जानने के लालू के बड़े लाल तेज प्रताप नहीं हिचके.
मालूम हो कि सुशील मोदी ने अपने पोस्ट के जरिए बताया था कि वह पिछले 6 महीने से कैंसर से जूझ रहे हैं और आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए कुछ नहीं कर पाएंगे. इसके साथ ही उन्होंने यह भी जानकारी दी थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस बात की जानकारी है. खबरों के मुताबिक सुशील मोदी गले के कैंसर से जूझ रहे हैं. 3 महीने गले में दर्द की शिकायत होने के बाद उन्होंने जांच कराई तो कैंसर बीमारी का पता चला. इसके बाद उन्होंने दिल्ली एम्स में इलाज करवाया और अभी पटना आ गए हैं.
सुशील मोदी के स्वास्थ की कामना करते हुए लालू यादव ने भी एक्स पर पोस्ट किया था, लालू यादव ने लिखा था- भाई सुशील मोदी की स्वास्थ्य संबंधित खबर सुन हैरान और दुखी हूँ. 50 वर्षों से उन्हें जानता हूँ वो जुझारू और संघर्षशील प्रवृति के धनी है. परमपिता से उनके अच्छे स्वास्थ्य की मंगलकामना करता हूँ. ईश्वर से प्रार्थना है कि वो शीघ्र स्वस्थ होकर सार्वजनिक जीवन एवं जनसेवा में सक्रिय हों ताकि उनके लंबे राजनीतिक अनुभव का सबको फायदा मिलते रहे.