अप्रैल-मई में राज्य में लोकसभा चुनाव हो सकते हैं. अगले महीने लोकसभा चुनावों की घोषणा हो सकती है, चुनावी घोषणा के पहले नीतीश कुमार के एक बार फिर से पलटने वाले स्वभाव पर चर्चा तेज हो रही है.
राजनीतिक गलियारों में यह खबर चल रही है कि एक बार फिर से सीएम नीतीश कुमार तेजस्वी यादव का साथ छोड़कर एनडीए में शामिल हो सकते हैं. कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है, कुछ दिनों से इन दोनों के बीच में दूरियां चल रही है. नीतीश कुमार के साथ दूरियों पर राजद सुप्रीमों से मीडिया ने सवाल किया तो उन्होंने इस बात को टाल दिया और कहा ये सब होता रहता है.
नीतीश कुमार एनडीए में शामिल
नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने पर जीतन राम मांझी ने बड़ा बयान दिया है. नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने वाली अटकलों पर कहा कि नीतीश कुमार पलटू राम रहे ही है.
मांझी ने कहा कि वह पलटू राम है, एक बार तो उन्होंने अपना चरित्र जाहिर कर दिया था तो दूसरी, तीसरी और चौथी बार पलटने में क्या दिक्कत है. अगर भाजपा सीएम नीतीश कुमार को अपने पार्टी में लेती है तो हमें इससे कोई ऑब्जेक्शन नहीं होगा. पलटू राम का टाइटल लालू यादव ने नीतीश कुमार को दिया ही है, वह बहुत ही अच्छा टाइटल है. भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी है अगर नीतीश कुमार इसमें शामिल होते हैं तो हमारी पार्टी को इससे कोई दिक्कत नहीं होगी.
हम संरक्षक में आगे कहा कि नीतीश कुमार ने पहले कहा था कि वह तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाएंगे. लेकिन सभी यह जानते हैं कि जब उन्होंने मुझे सीएम पद पर नहीं बनाए रखा तो वह किसी को मुख्यमंत्री नहीं बना पाएंगे. नीतीश कुमार इन दिनों राजद के दबाव में जी रहे हैं और वह उसे निकलने का रास्ता खोज रहे हैं.
SC से इतनी नफरत क्यों?
नीतीश कुमार इन दिनों इंडिया गठबंधन के साथ चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटे हुए हैं. बीते दिनों उन्होंने इंडिया के संयोजक बनने से इनकार कर दिया था वही बिहार में इंडिया गठबंधन का सीट शेयरिंग को लेकर भी पेंच फंसा हुआ है. इसको देखते हुए भी यह चर्चाएं हो रही है, कि एक बार फिर से सीएम नीतीश कुमार पलट कर वापस एनडीए का हाथ थाम सकते हैं.
गुरुवार को भी पूर्व सीएम ने नीतीश कुमार पर प्रहार करते हुए अपने एक्स हैंडल पर लिखा था- नीतीश जी आखिर आपको दलितों से इतनी नफ़रत क्यों है? सदन के अंदर मुझे अपमानित किया, बेगुनाह SC पर अत्याचार करवाया, अब अपने MLA से मेरे बहाने मुसहरों को गाली दिलवा रहे है, SC से इतनी ही नफरत है तो अधिसूचना जारी करके दलितो को राज्य से निकाल ही दिजिए,ना दलित रहेगे ना आप उनसे नफरत करेगे.