शनिवार को देशभर में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया. चुनाव आयोग के ऐलान के बाद से ही आचार संहिता लागू हो गई है. इस दौरान राजनीतिक पार्टियों को रैली के दौरान चुनावी पोस्टर लगाने पर पाबंदी रहती है. राजनीतिक पार्टियों को अचार संहिता के दौरान कई सारी चीजों को ध्यान में रखकर रैली और सभा को आयोजित कराना होता है, लेकिन बिहार में मौजूद जन अधिकार पार्टी(जाप) से इस मामले में चुक हो गई है.
जाप सुप्रीमों ने आचार संहिता का उल्लंघन कर दिया है, जिसके बाद उनके और एक समर्थक पर कसबा थाने में प्राथमिक की दर्ज की गई है. खबरों के मुताबिक पूर्णिया में सभा के दौरान आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है. जाप ने प्रशासन की अनुमति के बगैर चुनावी पोस्टर लगाकर जनसभा किया, जिसके बाद मामले में तूल पकड़ लिया.
मामला बढ़ने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आई और जांच में फोटो और आरोप दोनों ही सही पाए गए हैं. अधिकारियों के मुताबिक सूचना मिली कि कसबा थाना क्षेत्र के कॉलेज मैदान के समीप पप्पू चौरसिया नाम के समर्थन के आवास पर एक बड़े हॉल में जिला प्रशासन की अनुमति के बगैर चुनावी पोस्टर लगाकर पूर्व सांसद पप्पू यादव जनसभा कर रहे हैं. इसके बाद डीएम सह जिला निर्वाचित पदाधिकारी कुंदन कुमार के निर्देश पर एक टीम का गठन किया गया. टीम की जांच में फोटो और वीडियो को सही पाया गया है. इसके बाद पूर्व सांसद यादव समेत उनके एक समर्थक पर प्राथमिक की दर्ज कराई गई है.