लोकसभा चुनाव के नजदीक आने के साथ ही विपक्षी एकता कमजोर पड़ने लगी है. केंद्र की मौजूदा एनडीए सरकार को हराने के उद्देश्य से बनी INDIA गठबंधन भी अब कमजोर पड़ने लगी है. गठबंधन में दरार की हालिया झलक केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन (CM P. Vijayan) के बयान से आया है. I.N.D.I.A. गठबंधन में शामिल केरल की लेफ्ट सरकार ने कांग्रेस के मैनिफेस्टो (Congress Manifesto) पर सवाल उठाया है. केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा- CPI (M) के मैनिफेस्टो में CAA को रद्द करने की बात कही गई है, लेकिन कांग्रेस के घोषणापत्र में ऐसा कोई वादा नहीं किया गया है.
विजयन ने कहा कि कांग्रेस अल्पसंख्यकों को धोखा देने का आरोप लगाया है. विजयन ने कहा कांग्रेस ने आर्टिकल 370 को हटाए जाने के फैसले के खिलाफ प्रोटेस्ट नहीं किया था. कांग्रेस वोट (Congress) के लिए अपने मूल्यों से समझौता करने को तैयार है. ऐसे घोषणापत्र के जरिए कांग्रेस ने देश की आम जनता और अल्पसंख्यकों को धोखा देने का काम किया है.
भाजपा से देश को खतरा
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने बीते साल अक्टूबर में भाजपा (BJP) से देश को खतरा बताया था. विजयन ने कहा था, अगर भाजपा तीसरी बार सत्ता में आती है तो देश बड़े खतरे में पड़ जाएगा, जिसके बाद पछताने का कोई मतलब नहीं होगा.
उन्होंने कहा था देश में एक समुदाय के गाय खाने पर उन्हें देश के दुश्मन के रूप में पेश किया जा रहा है, इस वजह से सांप्रदायिक हिंसा हो रही है. विजयन ने केंद्र और RSS पर आरोप लगते हुए कहा था “केंद्र सरकार और RSS देश की विविधता को नष्ट कर रही है.
इसे एक धर्म के लोगों का देश बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि संविधान में देश के हर नागरिक को समान अधिकार हैं, चाहे वह किसी भी धर्म, जाति या पंथ का हो, लेकिन इसे बदला जा रहा है. इसके चलते अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों में डर है.
विजयन ने केंद्रीय एजेंसियों द्वारा विपक्षी पार्टियों के नेताओं के यहां होने वाले छापे पर कहा- भाजपा को भी एहसास हो गया है कि उसका तीसरी बार सत्ता में आना संभव नहीं हो सकता है. इसी एहसास ने उसे हाल ही में कुछ खतरनाक कदम उठाने के लिए प्रेरित किया. इससे साफ है कि भाजपा बदलती परिस्थितियों पर कैसे रिएक्शन देगी.
सीएम विजयन ने बीजेपी को हराने के लिए विपक्षी एकता को और मजबूत होने पर जोड़ दिया था.
उधर, चेन्नई में एक रैली के दौरान केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस और लेफ्ट में खींचतान पर तंज किया है. स्मृति ने शनिवार को कहा- दिल्ली में हगिंग, केरल में बेगिंग और तमिलनाडु में ठगिंग चल रही है. एक तरफ लेफ्ट वाले केरल की वायनाड सीट से राहुल गांधी के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतारते हैं और दूसरी ओर दोनों पार्टियों के नेता दिल्ली में गले मिलते हैं. ये कैसा गठबंधन है?
दरअसल, कांग्रेस और लेफ्ट दोनों I.N.D.I.A. गठबंधन का हिस्सा हैं.
केरल की वायनाड सीट से CPI (M) ने एनी राजा को राहुल गांधी के खिलाफ अपना कैंडिडेट बनाया है. वहीं भाजपा ने यहां से प्रदेश अध्यक्ष के. सुरेंद्रन को उतारा है.
2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) ने केरल में 20 में से 19 सीटें जीती थीं. कांग्रेस को 15, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग को 2, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी और केरल कांग्रेस (M) को एक-एक सीटें मिली थीं. वहीं, CPI (M) ने सिर्फ अलाप्पुझा की एक सीट जीती थी. राज्य में इस बार दूसरे चरण में 26 अप्रैल को वोटिंग होगी.