राममंदिर (Rammandir) निर्माण के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार 1 अप्रैल को पहली बार अयोध्या आने वाली हैं. द्रौपदी मुर्मू (Draupadi murmu) शाम चार बजे के करीब वाल्मीकि एयरपोर्ट पर उतरने वाली हैं. जहां राज्यपाल आनंदी बेन पटेल उनका स्वागत करेंगी. यहाँ से पहले वह हनुमानगढ़ी जायेंगी. सरयू नदी के किनारे गंगा आरती देखने के बाद वे राममंदिर दर्शन के लिए जाएंगी.
वहीं रात का भोजन करने के बाद राष्ट्रपति वापस दिल्ली लौट जाएंगी.
राष्ट्रपति के लिए, रूट में बदलाव
राष्ट्रपति के आगमन के कारण शहर के मुख्य VVIP मार्गों पर ठेला या वाहन लगाने की मनाही है. वहीं सुल्तानपुर रोड लिम्का फैक्ट्री तिराहा और अयोध्या शहर और नवीन मंडी के तरफ से शांति चौक आने वाले वाहनों का आवागमन बंद रहेगा. वहीं NH-27 महोबरा ओवरब्रिज के नीचे से वाहनों के आवगमन पर रोक रहेगी. रामपथ पर शहर की ओर आने वाले वाहनों पर प्रतिबंध रहेगा. लता मंगेशकर चौक जाने वाले वाहन दूसरे मार्ग से जाएंगे. वहीं हनुमान गुफा और दुर्गागंज मांझा से लता मंगेशकर चौक की ओर आने वाले वाहनों पर प्रतिबंध रहेगा.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (president draupadi murmu) के आगमन पर खुफिया एजेंसियां से लेकर पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर है. राज्य पुलिस के अलावा CRPF, RAF, ATS और PAC के जवान को भी निगरानी में लगाया गया है.
राष्ट्रपति की कड़ी सुरक्षा के लिए सर्विलांस और इलेक्ट्रानिक उपकरणों का भी सहारा लिया जा रहा है. मंगलवार 30 अप्रैल की शाम को राष्ट्रपति के आगमन मार्ग में पड़ने वाले सभी होटल, धर्मशालाओं और लॉज की तलाशी ली गई है.
राम जन्मभूमि में होगा ग्रीन हाउस
राष्ट्रपति के लिए महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पर ग्रीन रूम और डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय में सेफ हाउस बनाया गया है. इसके अलावा नया घाट पर सिंचाई विभाग का गेस्ट हाउस भी सेफ हाउस के रूप में सुरक्षित रहेगा. वहीं राम जन्मभूमि में भी राष्ट्रपति के लिए ग्रीन हाउस की व्यवस्था की गई है.
वहीं राष्ट्रपति के अयोध्या आगमन पर शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने केंद्र सरकार पर कटाक्ष किया है. संजय राउत ने कहा- चुनाव है इसलिए राष्ट्रपति को अयोध्या भेजा जा रहा है. राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा के समय उन्हें नहीं बुलाया गया था. अब चुनाव में माहौल बनाने के लिए उन्हें वहां भेजा गया है.
वहीं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा “कांग्रेस चुनाव के दौरान झूठ फैलाने का काम करती रही है. जब यह स्पष्ट हो गया कि निमंत्रण वर्तमान और पूर्व राष्ट्रपतियों को भेजा गया था, तो राहुल गांधी का झूठ देश के सामने उजागर हो गया.